उत्तर प्रदेश के लखीमपुर के गोला इलाके में सोमवार को कुछ अराजक तत्वों ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी की प्रतिमा को बुर्का पहना दिया। इसकी सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे कांग्रेसियों ने हंगामा शुरू कर दिया और जिला प्रशासन व पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हालांकि मौके पर पहुंची पुलिस ने बुर्का हटवाकर मामले को शांत करवाया और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया।
दरअसल, मामला तब का है जब सोमवार को सुबह लोग मॉर्निंग वॉक पर इंदिरा पार्क पहुंचे तो वहां लगी इंदिरा गांधी की प्रतिमा के चेहरे को काले रंग के कपड़े से ढका पाया। इसके बाद मौके पर पहुंचे कांग्रेसी कर्यकर्ता हंगामा और नारेबाजी करने लगे। हालात की गंभीरता समझते हुए हरकत में आई प्रशासन ने मूर्ति से बुर्का हटवाकर मामले की तफ्तीश में जुट गई है। पुलिस का मानना है कि शहर का माहौल बिगाड़ने के लिए कुछ शरारती तत्वों ने हरकत की है, जो शहर का माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। जल्द ही दोषियों की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी।
पहले भी बुर्का बन चुका है बवाल का कारण
हालांकि यह पहला मामला नहीं है जब देश में बुर्के पर बवाल मचा है। बल्कि इससे पहले भी कई मौकों पर बुर्का बवाल का कारण बना है। लोकसभा चुनाव के दौरान भी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर समेत अन्य इलाकों में बुर्के में फर्जी वोटिंग की आशंका जताते हुए बुर्का बैन किए जाने की मांग तक उठ चुकी है। इसके अलावा भी समय-समय पर महिलाओं की आजादी और महिला शशक्तिकरण में बुर्के को बाधा बताया जाता रहा है।