पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते हरकिरत सिंह की रविवार की सुबह चंडीगढ़ के सेक्टर तीन पुलिस थाना क्षेत्र स्थित अपने घर में गोली लगने की वजह से मौत हो गई। सेक्टर तीन थाने के एसएचओ नीरज सरना ने बताया, 40 वर्षीय हरकिरत को उनके सिर में गोली लगी। उन्हें गोली कैसे लगी वर्तमान में अभी यह स्पष्ट नहीं है और हम उनके अभिभावकों से संपर्क करने का प्रयास कर रहे हैं। एसएचओ ने कहा कि हरकिरत लुधियाना जिले में एक गांव के सरपंच थे। हादसे के बाद परिवार के सदस्य उन्हें पीजीआई चंडीगढ़ ले कर गए जहां उनकी मौत हो गई। आशंका जताई जा रही है कि हरकिरत ने आत्महत्या की है। बताया जा रहा है कि लुधियाना के कोटली गांव के सरपंच हरकीरत पिछले कुछ दिनों से अवसाद में थे। जिस वजह से आज खुद को उन्होंने सिर में गोली मार ली। उनके भाई गुरकीरत पंजाब के खन्ना से कांग्रेस के विधायक हैं।
हालांकि की आत्महत्या के बारे में पूछे जाने पर एसएचओ ने कहा, जांच की जा रही है। इस मौके पर हम किसी भी चीज को खारिज नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा, हरकिरत एक राजनीतिक परिवार से आते हैं और उनके बड़े भाई गुरकिरत कांग्रेस के एक विधायक हैं। उन्होंने कहा, उनकी मौत से जुड़ी परिस्थितियां अभी तक अस्पष्ट हैं। बता दें कि 31 अगस्त 1995 को 73 वर्षीय मुख्यमंत्री बेअंत सिंह चंडीगढ़ में सिविल सचिवालय के प्रवेशद्वार पर हुए एक आत्मघाती हमले में मारे गए थे। सिख आतंकवादियों द्वारा किए गए उस हमले में 17 अन्य व्यक्ति भी मारे गए थे। बेअंत सिंह 1992 से 1995 तक पंजाब के मुख्यमंत्री रहे थे।