मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक आपात बैठक सभी संभव मदद करने के आदेश दिए हैं। प्रशासन ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में फंसेे लोगों की मदद के लिए हेल्पलाइन भी जारी किया है। भोपाल, सतना रीवा, दमोह, रायसेन आदि इलाको में पानी भरने से बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। करीब 4000 लोगों को विस्थापित किया गया है।
मुख्यमंत्री चौहान ने शनिवार को यहां संवाददताओं को बताया कि प्रदेश में पिछले तीन-चार दिन से हो रही लगातार तेज बारिश और बाढ़ से 15 लोगाें की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि दो लोगों की मौत भोपाल में तथा टीकमगढ़, रीवा, झाबुआ, बैतूल, रायसेन और पन्ना जिले में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। पुलिस ने बताया कि इसके अलावा भोपाल की शाहपुर झील के पास एक नाले में बाइक सहित बहने से सौरभ कटियार :21: नामक युवक की शनिवार को दोपहर मौत हो गई। इससे पहले मंडला और सिंगरौली जिले में नाले के पानी के तेज बहाव में बहने से दो लोगों की मौत की सूचना मिली थी। मुख्यमंत्री ने बताया कि होशंगाबाद में नर्मदा नदी खतरे के निशान से उपर बह रही है। उन्होंने बताया कि बाढ़ से लोगों को राहत पहुंचाने के लिये प्रदेश स्तरीय सहायता केन्द्र शुरू किया गया है। कोई भी बाढ़ पीड़ित व्यक्ति फोन नं 1079 के जरिये इस केन्द्र से संपर्क कर सकता है।
चौहान ने बताया कि भोपाल के निकट हलाली बांध पर रविवार को होने वाली मंत्रिमंडल की बैठक स्थगित कर दी गई है। उन्होंने मंत्रियों को बाढ़ प्रभावित इलाकों में जाकर राहत कार्यों का जायजा लेने के निर्देष दिये हैं। भोपाल के मौसम केन्द्र के अनुसार अगले 24 घंटों में प्रदेश के अधिकतर इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है। सतना में हालात काफी गंभीर है। शहर के कई इलाके बारिश से लबालब हाे गए हैं।
राजधानी के समीप समरधा के एक गांव में 500 से अधिक लोगों के फंसे जाने की खबर है। भोपाल-इंदौर मार्ग का एक हिस्सा पानी में डूब जाने से यातायात प्रभावित हुआ है, वहीं भोपाल-जबलपुर मार्ग पर भी बारना नदी ने पिछले 24 घंटे से मार्ग बाधित कर रखा है। नर्मदा पार्वती चंबल सहित अन्य नदिया उफान पर हैंं।