रायपुर कलेक्टर ओपी चौधरी ने अपना इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे के बाद अब ओपी चौधरी का भाजपा की टिकट पर खरसिया सीट से विधानसभा चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है। इस बात की पुष्टि ओपी चौधरी ने अपने फेसबुक पोस्ट में भी की है।
प्रधानमंत्री सचिवालय के मंत्री जीतेंद्र सिंह की अनुमति के बाद केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय ने शुक्रवार को देर शाम ओपी चौधरी इस्तीफे की स्वीकृति पर मुहर लगा दी। ओपी चौधरी की जगह अंकित आनंद को रायपुर का कलेक्टर बनाए जाने की खबर है। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी भी इंदौर कलेक्टर रहते इस्तीफा देकर कांग्रेस के कोटे से राज्यसभा गए थे।
चौधरी ने 16 अगस्त को अपना इस्तीफा मुख्य सचिव अजय सिंह को भेजा था। मुख्य सचिव ने इसके बाद मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह से चर्चा की। सीएम की अनुशंसा के बाद 17 अगस्त को उन्होंने केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय को ओपी चौधरी का इस्तीफा भेजा था। इस्तीफा स्वीकृत होने की वजह से ही बताते हैं, भारत निर्वाचन आयोग की शुक्रवार सुबह हुई वीडियोकांफ्रेंसिंग में रायपुर कलेक्टर की कुर्सी खाली थी।
दरअसल, ओपी चौधरी को 22 अगस्त को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के समक्ष रायपुर में बीजेपी में शामिल होना था। लेकिन, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के निधन के बाद उनका कार्यक्रम स्थगित हो गया। अमित शाह के 22 अगस्त के दौरे को देखते हुए ओपी ने 16 अगस्त को इस्तीफा भेज दिया था। ताकि, 22 से पहले इस्तीफा स्वीकृत हो जाए।