पूरे भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'स्वच्छ भारत मिशन' की तारीफ हो रही है। सरकार ने इस काम को अंजाम तक पहुंचाने के लिए करोड़ों रुपए भी खर्च किए हैं। इसके बावजूद आज भी कई जगह शौचालयों का काम पूरा नहीं हो पाया है। कुछ जगह पर समय पर भुगतान नहीं मिलने के कारण बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन ऐसा पहली बार देखने को मिला है कि कुछ लोगों द्वारा शौचालय निर्माण नहीं करवाने की सजा सरकार द्वारा पूरे गांव की बिजली काट कर दे दी गई हो।
जी हां! यह एकदम सत्य है। यह घटना घटी है राजस्थान में भीलवाड़ा जिले की जहाजपुर तहसील के गांगीथला गांव में। यहां शुक्रवार को एसडीएम के निर्देश मिले हैं कि सभी लोगों के घरों में लगे बिजली कनेक्शन दिए जाएं। कहा गया है कि पीएम मोदी के मिशन के तहत अब तक इस गांव के 100 फीसदी लोग शौचालय निर्माण का काम पूरा नहीं करवा पाए हैं। इस सरकारी आदेश में कहा गया है कि गांगीथला गांव अब तक केवल 19 प्रतिशत लोग ही शौचालयों का इस्तेमाल करते हैं। गांव के लोगों को 15 दिन का नोटिस देने के बाद भी शौचालय नहीं बनाए गए। जिसके बाद गांव के सभी घरेलू कनेक्शन काटने का नोटिस जारी किया गया है।
एसडीएम ने पूरे ही गांव की बिजली काटने के आदेश जारी कर दिए
जहाजपुर उपखण्ड अधिकारी की ओर से जारी एक आदेश के अनुसार तहसील में बिजली विभाग के सहायक अभियन्ता को पत्र लिखकर पूरे गांव के बिजली कनेक्शन काटने के आदेश जारी किए गए हैं। यह मामला इसलिए भी गंभीर है कि क्योंकि बीते दिनों राजस्थान सरकार की ओर से कलेक्टर—एसपी कॉन्फ्रेंस में सामने आया था कि अजमेर जिले में शौचालय निर्माण का काम पूरा होने के बाद भी करोड़ों रुपयों का भुगतान सरकार की ओर से जारी नहीं किया।
शौचालय बन गए, लेकिन जगह तो पानी ही नहीं है
एक ओर जहां सरकार की ओर से शौचालय निर्माण नहीं करवाने पर बिजली कनेक्शन काटने जैसे आदेश जारी हो रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ गांवों से निर्मित हो चुके शौचालयों में पानी के कनेक्शन नहीं होने के कारण प्रयोग नहीं होने की बातें भी सामने आ रही हैं। शिकायतों के अनुसार अजमेर, जयपुर और भीलवाड़ा में कई गांवों में शौचालय निर्माण हुए एक साल से भी ज्यादा का समय बीत चुका है, लेकिन उनमें पानी की व्यवस्था नहीं होने के कारण गांववासी खुले में शौच करने को मजबूर हैं।