पुलिस सूत्रों का कहना है कि रामदेव के भाई व अन्य कई लोगों के खिलाफ हत्या (धारा 302) और संबंधित मामलों में केस दर्ज किया गया है। हरिद्वार एसएसपी स्वीटी अग्रवाल का कहना है कि ऐसा लगता है कि रामभरत ने फूड पार्क स्टाफ को हिंसा के लिए उकसाया। हरिद्वार ग्रामीण पुलिस अधीक्षक परमेंद्र डोभाल ने बताया कि फूड पार्क से सामान की ढुलाई के लिए बाहर के ट्रक लगे हुए हैं जिसका स्थानीय ट्रक यूनियन विरोध कर रही हैं। इस बार को लेकर स्थानीय ट्रक यूनियनों का विरोध इतना बढा कि उन्होंने पार्क से सामान लेकर निकलने वाले ट्रकों को रोक लिया। इसके बाद फूड पार्क के सुरक्षाकर्मियों और ट्रक यूनियन के ड्राइवरों के बीच शुरू हुई मारपीट और पत्थरबाजी शुरू हो गई। इसी बीच, पार्क के सुरक्षाकर्मियों ने कथित तौर पर गोलीबारी शुरू कर दी जिसमें एक ट्रक ड्राइवर की मौके पर ही मौत हो गई।
मृतक की पहचान जिले के ही एथल के रहने वाले 42 वर्षीय दलजीत सिंह के रूप में की गई है। एक अन्य स्थानीय व्यक्ति अब्दुल वहीद भी बुरी तरह जख्मी है। घटना में दोनों पक्षों के कई लोग घायल हुए हैं। इस बीच, मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई जिसे हटाने के लिये पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस ने बाबा रामदेव के भाई रामभरत तथा फूड पार्क के एक अन्य कर्मचारी को घटना के सिलसिले में पूता के लिये हिरासत में लिया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि फिलहाल स्थिति नियंत्राण में हैं।
काफी दिनों से है विवाद