Advertisement

रेलवे में नौकरी की मांग पर बोले गोयल, ‘बड़े पैमाने पर चल रही है भर्ती, नीति निष्पक्ष और पारदर्शी’

आर्थिक राजधानी मुंबई में मंगलवार सुबह छात्रों ने रेल रोककर प्रदर्शन दिया। रेलवे में नौकरी की मांग...
रेलवे में नौकरी की मांग पर बोले गोयल, ‘बड़े पैमाने पर चल रही है भर्ती, नीति निष्पक्ष और पारदर्शी’

आर्थिक राजधानी मुंबई में मंगलवार सुबह छात्रों ने रेल रोककर प्रदर्शन दिया। रेलवे में नौकरी की मांग को लेकर माटुंगा और दादर के बीच ट्रेनी अप्रैंटिंस ने ट्रैक पर कब्जा कर लिया था। छात्रों के आंदोलन के चलते यातायात बाधित रहा। पुलिस को लाठीचार्ज भी करनी पड़ी। 

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक छात्रों की मांग पर रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि रेलवे में भर्ती बड़े पैमाने पर चल रही है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों पर, भारतीय रेलवे ने एक भर्ती नीति बनाई है जो निष्पक्ष और पारदर्शी है।

वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि वे अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में थे। कोई नियम नहीं बदला है, 20 फीसदी सीटें प्रशिक्षुओं के लिए आरक्षित हैं लेकिन वे अधिक मांग कर रहे हैं। आंदोलनकारियों को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज किया, कोई भी घायल नहीं हुआ।

हालांकि अब रेलवे यातातयात फिर से बहाल हो गया। लेकिन प्रदर्शनकारी छात्रों का विरोध जारी है। 


समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, प्रदर्शन कर रहे एक छात्र ने कहा  कि पिछले चार सालों से कोई भर्ती नहीं हुई है। वे नौकरी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। 10 से अधिक छात्रों ने आत्महत्या कर ली है।

वहीं एक और छात्र ने कहा, "हम यहां से नहीं हिलेंगे जब तक रेल मंत्री पीयूष गोयल यहां आकर हमसे नहीं मिल लेते।”

एक और जहां छात्र नौकरी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर इस प्रदर्शन का प्रभाव माटुंगा से दादर जाने वाली रेल सेवाओं पर पड़ा। इसकी वजह से दफ्तर जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

शिवसेना-कांग्रेस का समर्थन

इधर शिवसेना ने छात्रों के प्रदर्शन का समर्थन किया है। सांसद सुप्रिया सुले ने कहा मोदी  जी आप स्किल इंडिया की बात करते हैं लेकिन रेल मंत्रालय ने उन छात्रों की उपेक्षा की है जिन्होंने अपनी अप्रेंटिशिप पूरी कर ली है।  पीयूष गोयल जी से अनुरोध है लाठी का उपयोग करने के बजाय बातचीत कर हस्तक्षेप किया जाए।

कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा कि रेलवे के प्रशिक्षु छात्र सुबह सुबह से ही रेल रोको आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन रेलवे ट्रैक पर उनसे मिलने कोई रेलवे अधिकारी तक नहीं पहुंचा। स्थानीय यात्रियों की असुविधा समझी जा सकता है लेकिन छात्रों की मांगों को भी पूरा करने की जरूरत है।

 

 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad