शनिवार को विश्वविद्यालय परिसर पहुंची रोहित वेमुला की मां राधिका, बहन नीलिमा और भाई राजू ने मांग की कि उसकी मौत के लिए जिम्मेदार लोगों पर मामला दर्ज किया जाए। नीलिमा ने कहा, हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (एचसीयू), जहां उसकी मौत हुई वहां से आठ लाख रुपये नहीं बल्कि आप आठ-आठ करोड़ रूपये भी देंगे, तो वो भी हमें मंजूर नहीं। एचसीयू ने कल परिवार को आठ लाख रूपये अनुग्रह राशि देने की घोषणा की थी।
रधिका ने कहा, स्मृति ईरानी ने पांच दिन के बाद फोन किया। पांच दिन क्यों लगा? आप भी एक औरत हैं, आप भी एक मां हैं परिवार को फोन करने और मौत पर शोक जताने में आपको पांच दिन लग गया। उन्होंने कहा, मैं जानना चाहती हूं क्यों उसकी मौत हुई। आपने मारा या उसकी मौत हुई? उसे क्यों निलंबित किया गया? जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार कर दंडित किया जाना चाहिए। हमें सिर्फ यही चाहिए।
रोहित के भाई राजू ने कहा, प्रधानमंत्री ने कहा कि रोहित मां भारती का बेटा था। मैं इतना बड़ा नहीं हूं कि प्रधानमंत्री के बारे में बोलूं, बस इतना पूछना चाहता हूं कि पांच दिन तक वह क्यों नहीं बोले? रोहित की बहन ने कहा कि वह कायर आदमी नहीं था। बहन ने वेमुला की आत्महत्या को हत्या करार दिया। उन्होंने मांग की कि रोहित और चार अन्य छात्रों पर पिटाई करने का आरोप लगाने एबीवीपी नेता सुशील कुमार और विश्वविद्यालय के कुलपति अप्पा राव पोडिले को सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा, हम रोहित की हत्या के पीछे की वजहों को जानना चाहते हैं। यह आत्महत्या नहीं है। वह कायर नहीं था। उसे आत्महत्या के लिए उकसाया गया। हत्या के लिए जो जिम्मेदार हैं उन्हें सजा मिलनी चाहिए एक सुशील कुमार दूसरे कुलपति को। उन्होंने यह भी जानना चाहा कि परिवार को रोहित के निलंबन के बारे में क्यों नहीं सूचित किया गया।