Advertisement

रोहतक: बहन की शादी के लिए नहीं मिली छुट्टी तो डॉक्टर ने की आत्महत्या, हड़ताल पर साथी डॉक्टर्स

एक ओर जहां पश्चिम बंगाल सहित‍ देश भर में डॉक्‍टर विरोध में हड़ताल कर रहे हैं, वहीं हरियाणा के रोहतक...
रोहतक: बहन की शादी के लिए नहीं मिली छुट्टी तो डॉक्टर ने की आत्महत्या, हड़ताल पर साथी डॉक्टर्स

एक ओर जहां पश्चिम बंगाल सहित‍ देश भर में डॉक्‍टर विरोध में हड़ताल कर रहे हैं, वहीं हरियाणा के रोहतक स्थित पोस्‍ट ग्रेजुएट इंस्‍टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (पीजीआई) के डॉक्‍टरों ने भी हड़ताल कर दी है। लेकिन यहां कारण है एमडी की पढ़ाई कर रहे एक साथी डॉक्‍टर की आत्‍महत्‍या का। 

दरअसल पीजीआई में एमडी की पढ़ाई कर रहे कर्नाटक के एक डॉक्‍टर ने सिर्फ इसलिए आत्‍महत्‍या कर ली क्योंकि उसके एचओडी ने उसे उसकी बहन की शादी में जाने के लिए छुट्टी देने से मना कर दिया, जिसके बाद यह बात उस डॉक्‍टर को इतनी नागवार गुजरी कि उसने आत्‍महत्‍या कर ली। डॉक्टर के सुसाइड के बाद पीजीआई में हालात तनावपूर्ण हो गए। रेजीडेंट्स डॉक्टर्स ने पीजीआई में काम बंद कर दिया और हड़ताल पर चले गए हैं।

मामला रोहतक के पंडित भागवत दयाल शर्मा पोस्ट ग्रैजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (PGIMS) रोहतक का है। 30 साल के ओंकार नाम के डॉक्टर ने अपने हॉस्टल में आत्महत्या की। फिलहाल पुलिस को ओंकार के पास से कोई सूसाइड नोट नहीं मिला है।

इन दिनों देशभर में जारी है डॉक्टरों की हड़ताल  

बता दें कि देशभर में डॉक्टरों की हड़ताल इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है। बंगाल में लगातार पांचवें दिन भी डॉक्टरों की हड़ताल जारी है। बंगाल के डॉक्टरों की हड़ताल को देशभर का समर्थन मिल रहा है।

दिल्ली के 18 अस्पताल के डॉक्टर्स हड़ताल पर

दिल्ली के आज यानी शनिवार को 18 अस्पतालों में डॉक्टर हड़ताल पर रहेंगे, जिसमें एम्स और सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टर भी हड़ताल पर हैं। वहीं, जम्मू-कश्मीर और लेह से भी पश्चिम बंगाल के डॉक्टरों की हड़ताल को समर्थन मिला है। बता दें कि पश्चिम बंगाल के कोलकाता स्थिति नील रत्न सरकारी (NRS) मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों से मारपीट के मामले ने तूल पकड़ लिया है।

जूनियर डॉक्टर की पिटाई के बाद हुई डॉक्टरों की हड़ताल का असर सरकारी अस्पतालों में भी दिखाई दे रहा है। बंगाल में अब तक 150 से ज्यादा डॉक्टरों ने इस्तीफा दिया और काम पर लौटने के लिए डॉक्टरों ने सरकार के सामने शर्त रखी है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad