संयंत्र जनता को समर्पित करने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने हालिया दो लाख करोड़ रुपये की कोयला नीलामी को बड़ी सफलता बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार को बताना चाहिए कि उसने जब 204 खानों का आवंटन किया था, तो उसका पैसा कहां गया। मोदी ने कहा कि नीलामी से मिला पैसा केंद्र के पास नहीं, बल्कि संबंधित राज्यों के पास जाएगा। लेकिन ओडि़शा सहित अन्य राज्यों को दीर्घावधि के विकास पर ध्यान केंद्रित करना होगा और तत्काल लाभ के लिए हल्की चीजों से बचना होगा। प्रधानमंत्री ने ओडि़शा, छत्तीसगढ़, झारखंड व पश्चिम बंगाल समेत पूर्वी राज्यों के विकास के लिए केंद्र की ओर से पूर्ण समर्थन का वादा किया। मोदी ने कहा कि उनकी सरकार पारदर्शिता के साथ आगे बढ़ रही है।
मोदी जवाहरलाल नेहरू के बाद दूसरे प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने सार्वजनिक क्षेत्र की प्रमुख इस्पात इकाई का दौरा किया है। यह सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी सेल के पांच एकीकृत संयंत्रों में से एक है। प्रधानमंत्री मोदी ने नए प्लेट मिल का काम-काज भी देखा। इसे 12,000 करोड़ रुपये के आधुनिकीकरण तथा विस्तार कार्यक्रम के अंग के तौर पर स्थापित किया गया है। आरएसपी की आधुनिकीकरण और विस्तार परियोजना के बाद इसकी क्षमता बढ़कर 45 लाख टन सालाना हो गई है जो अभी 20 लाख टन थी।
आरएसपी के परिसर में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी के साथ ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और सेल के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। इस्पात संयंत्र की अपनी आधे घंटे की यात्रा के बाद प्रधानमंत्री ने एक बैठक में भाग लिया जिसमें ओडिशा के गवर्नर एस.सी. जमीर, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, केंद्रीय इस्पात मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय आदिवासी मामलों के मंत्री जोएल उरांव और पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान मौजूद थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के आगमन को लेकर भाजपा और बीजद के समर्थकों के बीच अपने नेताओं की तस्वीरों वाले पोस्टर लगाने की होड़ देखी जा सकती है। सारा शहर दोनों नेताओं के पोस्टरों से पटा पड़ा है। जहां प्रधानमंत्री मोदी का दौरा राउरकेला इस्पात संयंत्र के आधुनिकीकरण कार्यक्रम के उद्घाटन से जुड़ा है, पटनायक यहां शहरी गरीबों के लिए सस्ते खाने की योजना आहार का उद्घाटन करने वाले हैं।