पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि अवस्थी ने शुक्रवार को अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार देर रात किया गया जहां समाज के विभिन्न वर्गों से लोग पहुंचे।
मूल रूप से उत्तर प्रदेश के निवासी अवस्थी करीब तीस साल पहले ठाणे आए थे। उन्हें आरएसएस नेता गुरू गोलवलकर, श्यामाप्रसाद मुखर्जी, दीनदयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी का करीबी माना जाता था।
हाल ही में काशी सुमेरू पीठ के शंकराचार्य जगद्गुरू स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने उनको सम्मानित किया गया था। भाषा