पार्टी विधायकों की बैठक में मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने पार्टी विधायक दल के नेता के रूप में शशिकला के नाम का प्रस्ताव किया। चिनम्मा के नाम से प्रसिद्ध 62 वर्षीय शशिकला करीब तीन दशकों तक जयललिता के साये के रूप में बनी रही।
शशिकला आज पार्टी मुख्यालय पहुंची जहां पनीरसेल्वम और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उनका स्वागत किया। शशिकला ने विधायकों से कहा कि जब जयललिता का निधन हुआ तब उसके बाद पनीरसेल्वम ने सबसे पहले उन्हें पार्टी महासचिव के साथ मुख्यमंत्री बनने के लिए मनाया था। उनकी पदोन्नति 31 दिसंबर को अन्नाद्रमुक महासचिव का प्रभाव संभालने के करीब एक महीने बाद हो रही है। शशिकला, जयललिता की विरासत को आगे बढ़ा रही हैं जिनके पास दोनों पद थे। इससे शशिकला का पार्टी और सरकार दोनों पर पूर्ण नियंत्रण हो जाएगा।
बैठक से पहले पनीरसेल्वम ने पोएस गार्डन आवास पर जाकर शशिकला से मुलाकात की। अन्नाद्रमुक विधायक दल की नेता चुने जाने के बाद शशिकला ने कहा कि अन्नाद्रमुक तमिलनाडु के लोगों के कल्याण के लिए काम करेगी। जयललिता के समय ऐसा माना जाता है कि शशिकला का पर्दे के पीछे काफी प्रभाव रहा था। अब पार्टी की बागडोर संभालने के बाद शशिकला ने पूर्व मुख्यमंत्री की विरासत को आगे बढ़ाने का संकल्प व्यक्त किया है।
जयललिता के निधन के समय से ही ऐसा कहा जा रहा था कि शशिकला पार्टी महासचिव और मुख्यमंत्री दोनों पदों की बागडोर अपने हाथों में लेंगी। मुख्यमंत्री पद के लिए शशिकला का समर्थन करने वालों में पार्टी के वरिष्ठ नेता और लोकसभा के उपाध्यक्ष एम थंबीदुरई शामिल हैं। (एजेंसी)