जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले के मार्टा गांव में सुरक्षा बलों और संदिग्ध आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसके बाद क्षेत्र में तलाशी और घेराबंदी अभियान अब भी जारी है। मुठभेड़ उस समय शुरू हुई जब सुरक्षाबलों को सूचना मिली कि 2 से 3 आतंकवादी गांव के पास स्थित घने जंगलों में छिपे हुए हैं।
उधमपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) आमोद अशोक नागपुरे ने बताया कि यह इलाका बेहद दुर्गम है, जहां ऊँचे पहाड़, नीचे बहती नदी और घने जंगल मौजूद हैं, जिससे ऑपरेशन में कठिनाई आ रही है।
उन्होंने कहा, "हमें पुख्ता सूचना मिली थी कि जंगल के बीच में कुछ आतंकवादी छिपे हुए हैं। इसी के आधार पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।"
बुधवार को दो घंटे से अधिक चली मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों की ओर से हुई गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया। हालांकि, अभी तक किसी आतंकवादी के मारे जाने की पुष्टि नहीं हुई है।
एसएसपी नागपुरे ने बताया कि सभी सुरक्षा कर्मी सुरक्षित और स्वस्थ हैं, उनका मनोबल ऊंचा है। उन्होंने कहा, "हमारे सुरक्षा बल बेहद साहसी हैं और कठिन परिस्थितियों में भी पूरी ताकत से काम कर रहे हैं।"
अधिकारियों के अनुसार, यह मुठभेड़ उधमपुर के रामनगर थाना क्षेत्र के जोफर गांव के समीप शुरू हुई। प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चलता है कि 2 से 3 आतंकवादियों के फंसे होने की संभावना है।
आतंकवादियों को भागने से रोकने के लिए इलाके की घेराबंदी कर दी गई है। सुरक्षा बल हर संभावित खतरे को खत्म करने और आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अभियान में लगे हुए हैं।