छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की सुरक्षा में कटौती की गई है। डॉ. रमन के साथ ही उनके परिवार के सदस्यों की सुरक्षा में भी कमी की गई है। इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है। पूर्व सीएम डॉ. सिंह को पहले जेड प्लस (Z+) श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी। अब केंद्रीय गृह विभाग की समीक्षा के बाद उनकी सुरक्षा को जेड श्रेणी की कर दी गई है।
रमन सिंह के साथ इनकी सुरक्षा भी घटी
पूर्व सीएम डॉ. सिंह के साथ ही उनके परिवार में बेटे व पूर्व सांसद अभिषेक सिंह, बेटी अस्मिता सिंह गुप्ता, पत्नी वीणा सिंह और बहू ऐश्वर्या सिंह की सुरक्षा में भी कमी की गई है। सुरक्षा में कटौती के साथ ही कुछ लोगों की सुरक्षा में बढ़ोतरी भी की गई है। चित्रकोट से कांग्रेस विधायक रामजन बेंजाम को जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई है।
बीजेपी ने लगाया बदले की राजनीति का आरोप
बता दें कि केंद्र में गांधी परिवार की सुरक्षा में कटौती का मुद्दा गरमाया हुआ है। कांग्रेसी लगातार इसको लेकर प्रर्दशन कर रहे हैं। मंगलवार को संसद में एसपीजी सुरक्षा संशोधन बिल भी पास हो गया। वही अब छत्तीसगढ़ में पूर्व सीएम रमन सिंह और उनके परिवार के लोगों की सुरक्षा में कटौती की गई है। इसको लेकर प्रदेश में राजनीति गरमा गई है। बीजेपी ने इस पर ऐतराज जताया है।
बीजेपी प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने इसे बदले की राजनीति बताया है। उन्होंने कहा है कि केंद्र में गांधी परिवार की सुरक्षा में कटौती की गई है उसके बदले में अब यहां रमन सिंह की सुरक्षा में कटौती की गई है। उन्होंने कहा कि हमने बदलापुर की राजनीति का जो आरोप लगाया था सरकार पर अब उसकी परिभाषा परिपूर्ण हो गया है।
इस मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा है कि नक्सली क्षेत्रों में नेताओं को लगातार दौरा करना पड़ता है इसलिए उन्हें सुरक्षा प्रदान की गई थी। उनकी सुरक्षा को कम करना आने वाले समय के लिए खतरे की घंटी है। उन्होंने कहा है कि हम मांग करेंगे कि सुरक्षा व्यवस्था यथावत रहनी चाहिए।
गांधी परिवार से वापस से ली गई एसपीजी सुरक्षा
बता दें कि केंद्र सरकार की ओर से एसपीजी नियमों में कुछ बदलाव किए गए हैं, जिसके कारण गांधी परिवार से एसपीजी सुरक्षा वापस ले ली गई है, जिसके बाद इस मामले पर कांग्रेस की ओर से जबरदस्त हंगामा किया गया था। सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी को अभी तक एसपीजी सुरक्षा मिलती थी लेकिन अब इनकी सुरक्षा सीआरपीएफ के हाथ में चली गई है।
जानें क्यों दी जाती है जेड प्लस सुरक्षा
बता दें कि महत्वपूर्ण नेताओं अधिकारियों और शख्सियतों, पूर्व प्रधानमंत्रियों, देश के खास मंत्रियों को आमतौर पर जेड प्लस सुरक्षा दी जाती है। इसमें सुरक्षा का मजबूत घेरा होता है। यह देश में एसपीजी के बाद सबसे मजबूत सुरक्षा घेरों में से एक होता है। जेड प्लस सुरक्षा किसे देनी है, इसका फैसला केंद्र सरकार का गृह विभाग करता है। खुफिया विभाग यह पता लगाता है कि किसे कितना खतरा है। उसी आधार पर जेड प्लस या जेड श्रेणी की सुरक्षा तय की जाती है।