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सूरत में लॉकडाउन से परेशान प्रवासी मजदूर सड़कों पर उतरे, वाहनों में की आगजनी और तोड़फोड़

गुजरात के सूरत में लॉकडाउन से परेशान सैकड़ों प्रवासी मजदूर शुक्रवार रात उग्र होकर सड़कों पर उतर आए।...
सूरत में लॉकडाउन से परेशान प्रवासी मजदूर सड़कों पर उतरे, वाहनों में की आगजनी और तोड़फोड़

गुजरात के सूरत में लॉकडाउन से परेशान सैकड़ों प्रवासी मजदूर शुक्रवार रात उग्र होकर सड़कों पर उतर आए। ये लोग उन्हें वापस उनके घर भेजने की व्यवस्था करने की मांग कर रहे थे। अपने उग्र प्रदर्शन के दौरान मजदूरों ने कई वाहन भी फूंक डाले। पुलिस ने आगजनी करने वालों को खदेड़कर स्थिति को अपने काबू में ले लिया।

सड़कों पर उतर आए प्रवासी मजदूर

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार रात सूरत के लसकाना इलाके में लॉकडाउन से परेशान होकर सैकड़ों प्रवासी मजदूर सड़कों पर उतर आए थे। वह अपने घरों को लौटने के लिए समुचित व्यवस्था किए जाने और उनके बकाये का जल्द से जल्द भुगतान करने की मांग कर रहे थे।

मजदूरों ने की थी घर लौटने देने की मांग

एक अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शन कर रहे इनमें से कुछ मजदूरों ने अपने गृह राज्य लौटने देने की मांग करते हुए वहां रखे हाथ ठेलों और दूसरे वाहनों में आग लगा दी और तोड़फोड़ की। उग्र प्रदर्शन को रोकने के लिए पहुंची पुलिस ने कुछ मजदूरों को मौके से हिरासत में ले लिया। तब कहीं जाकर स्थिति काबू में आई।

बता दें कि लॉकडाउन के कारण यहां कई प्रवासी मजदूर बेरोजगार हो गए हैं। ऐसे में उनकी मांग है कि सरकार को उन्हें अपने घर अपने गांव लौटने की अनुमति देना चाहिए।

गुजरात में अब तक 378 मामले

एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि आगजनी की घटना तब हुई है जब ठीक एक दिन पहले यानी गुरुवार रात गुजरात में 116 नए मामलों की सूचना के बाद प्रदेश में कोरोनो वायरस के मामलों की संख्या बढ़कर 378 हो गई। उन्होंने कहा कि 24 घंटे के दौरान मामलों में यह सबसे अधिक वृद्धि है। जबकि इस दौरान दो मौतें भी हुई हैं, प्रदेश में अब तक कुल 19 लोगों की मौत हो चुकी है।

आज होगा लॉकडाउन पर फैसला

कोरोना वायरस से देश से नागरिकों को बचाने के लिए और इसके खतरनाक संक्रमण को रोकने के लिए देश में 21 दिनों का लॉकडाउन चल रहा है। लॉकडाउन की 21 दिनों की अवधि 14 अप्रैल को पूरी हो जाएगी, लेकिन इसके बाद यह आगे बढ़ाया जाएगा या नहीं इसका फैसला आज पीएम मोदी की देश के राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ होने वाली बैठक में होगा। हालांकि डब्ल्यूएचओ  की ओर से इस बैठक से एक दिन पहले बयान जारी किया गया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लगाई गई पाबंदियां अगर जल्दबाजी में खत्म की गईं तो इसके घातक परिणाम हो सकते हैं।

देशभर में अब तक 249 लोगों की मौत

बता दें कि देश पर कोरोना वायरस का संकट गहराता जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आकंड़ों के अनुसार इस भयानक वायरस के कारण अब तक 249 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं संक्रमितों की संख्या 7,600 पर पहुंच गई है। इसके अलावा 774 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। वहीं बात करें पिछले 24 घंटों में आए मामलों की तो आपको बता दें कि पिछले 24 घंटों में 871 नए मामले सामने आए हैं। अकेला भारत ही इस वायरस की चपेट में नहीं है बल्कि संपूर्ण विश्व इस खतरनाक बीमारी के खिलाफ जंग लड़ रहा है।

दुनियाभर में 1 लाख से अधिक हुई मरने वालाें की संख्या

शुक्रवार शाम तक पूरी दुनिया में कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या 1 लाख से ऊपर पहुंच गई है। दुनिया में करोड़ों लोग कोविड-19 महामारी के चलते जारी लॉकडाउन में घरों में कैद हैं। कोरोना संकट का असर अर्थव्यवस्था पर भी देखने को मिल रहा है। दुनिया की सभी बड़ी अर्थव्यवस्थाएंए आर्थिक मंदी की तरफ बढ़ रही  हैं। अमेरिका जैसे देशों में भी लाखों लोगों के सामने रोजगार संकट उत्पन्न हो गया है। भारतवासियों के माथे पर भी चिंता की लकीरें उभर आई हैं।

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