देश जहां 27 अक्टूबर को दिवाली की रौशनी में नहाया होगा वहीं कश्मीर में पाबंदियों की वजह से यहां की चमक फीकी रहेगी। संचार में कई तरह की छूट के बावजूद 5 अगस्त से लॉकडाउन की स्थिति में लोग जीने को मजबूर हैं। कश्मीर में 83 दिनों के बाद भी जीवन सामान्य तरीके से पटरी पर नहीं लौटा है। दिवाली से एक दिन पहले 26 अक्टूबर को भी मुख्य बाजार और सार्वजनिक परिवहन बंद रहा। अधिकारियों का कहना है कि छोटी दिवाली पर कुछ दुकानें सुबह के समय कुछ घंटों के लिए खोली गईं थीं, जिनमें शहर के व्यावसायिक केंद्र भी शामिल थे, लेकिन सुबह 11 बजे के आसपास उनके शटर गिरा दिए गए।
4 अगस्त से बाधित हैं इंटरनेट सेवाएं
इंटरनेट सेवाएं भी 4 अगस्त की रात से बाधित हैं। शुरुआत में मोबाइल और लैंडलाइन टेलीफोन सेवाएं भी बंद कर दी गई थीं लेकिन लैंडलाइन सेवाओं को पहले धीरे-धीरे बहाल किया गया। पोस्टपेड मोबाइल सेवाओं को पिछले सप्ताह ही बहाल किया गया था और प्री-पेड सेवाएं अभी भी बाधित हैं।
दरअसल, कश्मीर में अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधान निरस्त किए जाने के बाद और घाटी में आतंकियों की ओर से लगातार सरहद पार से घुसपैठ को लेकर किए जा रहे प्रयासों के बीच सुरक्षा के बंदोबस्त मजबूत किए जाने के साथ कई पाबंदियां लगाई गई हैं।
सीमावर्ती इलाकों में भी सुरक्षा के मजबूत बंदोबस्त
सूत्रों की मानें तो थानेदारों से लेकर चौकी अफसरों और डीएसपी रैंक के अफसरों को अपने-अपने इलाकों में 24 घंटे मौजूद रहने के आदेश दिए गए हैं। घाटी में आतंकियों के घुसपैठ कर हमला करने की साजिश के लगातार इनपुट के बीच सीमावर्ती इलाकों में भी सुरक्षा के मजबूत बंदोबस्त कर दिए गए हैं। एलओसी और बॉर्डर पर सेना एवं बीएसएफ ने गश्त बढ़ा दी है। सीमा से जुड़े तमाम रास्तों पर पुलिस और अर्धसैनिक बल मिलकर तैनात हैं।
घाटी में कारोबारियों की हत्या
पिछले 10 दिनों में आतंकियों ने तीन गैर-कश्मीरी ट्रक ड्राइवरों की गोली मारकर हत्या कर दी है। शोपियां जिले में गुरुवार को दो गैर-कश्मीरी ट्रक ड्राइवरों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है ट्रक ड्राइवर यहां सेब लेने आए थे। इससे पहले 14 अक्टूबर को दो आतंकवादियों ने शोपियां में राजस्थान के पंजीकरण वाले ट्रक के चालक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। उन्होंने सेब कारोबारी से मारपीट भी की थी। मृतक चालक की पहचान शरीफ खान के रूप में की गई थी जबकि दोनों आतंकवादियों में एक के पाकिस्तानी नागरिक होने का शक है। इस घटना के बाद शोपियां में ही आतंकवादियों ने पंजाब निवासी सेब कारोबारी चरणजीत सिंह की हत्या कर दी थी। इस हमले में संजीव नामक शख्स घायल हो गया था।