एसपी को दिये अपने पत्र में आशा रंजन ने कहा है कि उनके मोबाइल पर धमकी दी गई। फोन पर व्यक्ति ने कहा कि शहाबुद्दीन को जानते हो? आशा रंजन के हां कहने पर फोन करने वाले ने धमकी देते हुए कहा कि बहुत नाटक हो गया। तुम लोग अभी सीधे-सीधे अपना सुप्रीम कोर्ट वाला केस वापस लो, वरना इतने टुकड़ों में काटेंगे कि कोई पहचान नहीं पायेगा।
आशा रंजन ने एसपी से गुहार लगाते हुए मदद की अपील की है। उन्होंने कहा है कि हमें सुरक्षा कम मिली है। अपराधियों ने 13 मई 2016 को गोली मारकर राजदेव रंजन की हत्या कर दी थी।
हत्या उस समय की गई जब वे कार्यालय से अपने आवास को लौट रहें थे। घटना के बाद राज्य सरकार की अनुशंसा में सीबीआई मामलें की जांच कर रही है। इस दौरान पत्रकार की पत्नी आशा रंजन ने सुप्रीम कोर्ट में एक मुकदमा दर्ज कर पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन के जेल से बाहर निकलने पर मुकदमें के प्रभावित होने की शिकायत की है।
पत्रकार राजदेव रंजन के मामलें के जांच कर रही सीबीआई की टीम अभी सीवान में ही है। एएसपी अरविंद कुमार गुप्ता ने बताया कि आशा रंजन ने इस प्रकार की लिखित शिकायत किया है। पुलिस मामलें की जांच कर रही है।