दिल्ली में बच्चों के एक अस्पताल ने मौजूद ऑक्सीजन बहुत जल्दी ख़त्म होने वाली है। दिल्ली के मधुकर रेनबो चिल्ड्रन अस्पताल ने रविवार को कहा है कि चार नवजातों समेत 50 लोगों की जान ‘खतरे में है।
रविवार सुबह साढ़े 10 बजे मधुकर रेनबो चिल्ड्रेन अस्पताल ने एक एसओएस ट्वीट किया था कि उनके पास सिर्फ़ कुछ मिनटों की ऑक्सीजन सप्लाई बची है। चार नवजात शिशुओं समेत 50 से ज़्यादा लोग ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। मालवीय नगर स्थित अस्पताल के एक अधिकारी ने कहा कि अस्पताल में करीब 80 मरीज हैं, जिनमें कोविड-19 के मरीज भी हैं। उन्होंने कहा कि इसमें 15 नवजात भी हैं।
उन्होंने कहा कि वहां चार नवजातों समेत 50 लोग ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। अस्पताल में तरल ऑक्सीजन के भंडार के लिए टैंक नहीं है और उसकी निर्भरता निजी विक्रेता से ऑक्सीजन सिलेंडरों की आपूर्ति पर है। निरंतर आपूर्ति के अभाव में यह रोजाना की लड़ाई बन गई है। हमें हर दिन करीब 125 ऑक्सीजन सिलेंडरों की जरूरत पड़ती है।
शनिवार को, 12 मरीजों की दक्षिण दिल्ली के बत्रा अस्पताल में मौत हो गई थी, जब दोपहर में करीब 80 मिनट तक अस्पताल के पास चिकित्सीय ऑक्सीजन नहीं थी। मृतकों में एक वरिष्ठ चिकित्सक भी शामिल हैं। कोविड-19 महामारी की दूसरी घातक लहर से देश बुरी तरह जूझ रहा है और इसके बोझ के तले दबा हेल्थ सिस्टम पूरी तरह चरमरा गया है। ऐसे में सोशल मीडिया एक बहुत ही अच्छा ज़रिया बन गया है जहां मदद की गुहार लगा रहे हैं। अस्पतालों और लोगों के लिए मदद जुटाई जा रही है।