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पीएम मोदी की रैली पर अखिलेश का वार, किसान अब भी कर रहे कर्ज माफी का इंतजार

अविश्वास प्रस्ताव जीतने के बाद शनिवार को पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शाहजहांपुर में किसान...
पीएम मोदी की रैली पर अखिलेश का वार, किसान अब भी कर रहे कर्ज माफी का इंतजार

अविश्वास प्रस्ताव जीतने के बाद शनिवार को पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शाहजहांपुर में किसान कल्याण रैली को संबोधित करते हुए कहा कि देश के हर किसान के पसीने और श्रम का सम्मान हो, यही केंद्र और उत्तर प्रदेश की सरकार की प्राथमिकता है।

इस पर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हमला बोला है। उन्होंने कहा, ‘आज आवश्यकता किसान कल्याण रैली करके झूठे वादे करने की नहीं है बल्कि ये बताने की है कि जो MSP घोषित की गई है वो सरकार कब, कैसे और किसके माध्यम से देगी और हमारे द्वारा प्रस्तावित आम, अनाज, सब्ज़ी व ग्रेटर नोएडा की मंडी क्यों नहीं बनायी। किसान अभी भी ऋण माफी का इंतजार कर रहे हैं।

इससे पहले अखिलेश यादव ने इशारों-इशारों में शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव के दौरान राहुल गांधी द्वारा पीएम मोदी को गले लगाने पर टिप्पणी की। उन्होंने बशीर बद्र के एक शेर के हवाले से कहा-

कोई हाथ भी न मिलाएगा, जो गले मिलोगे तपाक से

ये नए मिजाज का शहर है, जरा फासले से मिला करो

रैली में क्या बोले पीएम मोदी

पीएम मोदी ने किसान कल्याण रैली में कहा कि देश के करीब 5 करोड़ गन्ना किसान परिवारों के हितों का ख्याल रखते हुए हाल में अनेक फैसले लिए गये हैं। पहले की सरकारों ने जो हजारों करोड़ का बकाया छोड़ रखा था उसको निश्चित समय सीमा में निपटाया गया है। सरकार ने फैसला लिया कि गन्ने से सिर्फ चीनी ही पैदा ना हो बल्कि इससे गाड़ियों के लिए ईंधन भी बनाया जा सके, इसके लिए गन्ने से एथनॉल बनाने और उसे पेट्रोल में मिक्स करने का निर्णय लिया गया है।

जल्द ही गन्ना किसानों को एक खुशखबरी मिलेगी

प्रधानमंत्री ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ दिन पहले कुछ गन्ना किसान मुझसे मिलने दिल्ली आये थे और मैंने उनसे कहा था कि जल्द ही गन्ना किसानों को एक खुशखबरी सुनने को मिलेगी, वही वादा निभाने मैं यहां आया हूं। कांग्रेस पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि घड़ियाली आंसू बहाने वालों को किसानों के लिए निर्णय लेने की फुर्सत नहीं ही नहीं थी।

मोदी ने कहा कि शहीदों की नगरी शाहजहांपुर की जनता को मेरा प्रणाम है, यहां के नौजवानों ने राष्ट्रनिर्माण में जो भूमिका निभाई है, वह पूरे देश को प्रेरणा देने वाली है। पिछले दिनों मुझे कई राज्यों में किसानों के बीच जाने का मौका मिला, वहां किसानों ने मुझे और भाजपा को आशीर्वाद दिया जिससे मैं अभिभूत हूं।

न्यूनतम समर्थन मूल्य में ऐतिहासिक बढ़ोतरी

प्रधानमंत्री ने कहा कि धान, मक्का के साथ दलहन और तिलहन की 14 फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 200 रुपये से 1800 रुपये की बढ़ोतरी की गई है, जो कि इतिहास में पहले कभी नहीं हुई है। किसान को अगर पानी मिल जाए तो वह मिट्टी से सोना पैदा कर सकता है। हमने किसानों के खाते में सीधे पैसा ट्रांसफर कराया, जो पुराना बकाया है, वो लगातार कम हो रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में किसानों के बकाया भुगतान में और तेजी आयेगी। गन्ने की पैदावार जब ज्यादा होती है तो किसानों का पैसा फंस जाता है, ऐसे में हमारी सरकार ने फैसला लिया है कि गन्ने से एथनॉल बनाने का काम किया जाएगा, इससे गाड़ी चलेगी।

एथनॉल का उत्पादन 4 गुना तक बढ़ेगा

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार एथनॉल का उत्पादन 4 गुना तक बढ़ेगा। एथनॉल बनाने में कोई नई तकनीक नहीं है, पिछली सरकार की नीयत ठीक नहीं थी। पिछली सरकार विदेशों से पेट्रोल लाती रही और यहां देश में किसान परेशान होते रहे। कांग्रेस पर प्रहार करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि वे कहते थे कि केंद्र से एक रुपया निकलता है तो लाभार्थी तक पहुंचते-पहुंचते हुए वह 15 पैसा हो जाता है। उस वक्त पंचायत से लेकर संसद तक में उनकी सरकार थी तो फिर आखिर किस पंजे में यह घिस जाता था।

लाल बत्ती कर दी बंद

उन्होंने कहा कि हम बिजली के लिए काम कर रहे हैं और वे संसद में अविश्‍वास प्रस्ताव लेकर घूम रहे हैं। 2019 तक हम हर घर में बिजली पहुंचा देंगे। मोदी ने कहा कि मेरा गुनाह है कि मैं भ्रष्‍टाचार के खिलाफ लड़ रहा हूं। मेरा गुनाह यह है कि मैं परिवारवाद के खिलाफ लड़ रहा हूं। उन्होंने कहा कि मैंने लाल बत्ती बंद कर दी, जबकि वह इस लाल बत्ती का प्रयोग शान दिखाने के लिए करते थे।

साइकिल हो या हाथी, किसी को भी बना लो साथी

कांग्रेस पर तंज कसते हुए पीएम मोदी ने कहा कि साईकिल हो या हाथी किसी को भी बना लो साथी। शुक्रवार को संसद में हुए वाक्ये का उल्लेख करते हुए राहुल गांधी पर उन्होंने निशाना साधा और कहा कि हमने पूछा कि अविश्वास का कारण क्या है? जब वो कारण नहीं बता पाए तो गले पड़ गये।

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