दिल्ली से लखनऊ आना हो या लखनऊ से दिल्ली आगरा एक्सप्रेस-वे और यमुना एक्सप्रेसवे ने इन दोनों राजधानियों की न सिर्फ दूरी घटा दी बल्कि आने-जाने के समय में भी काफी कमी कर दी, लेकिन इस एक्सप्रेस-वे के जो सबसे बड़ी खामियां थी वह थी रोड एक्सीडेंट। इतनी तेज गाड़ियां चला करती हैं कि चाहे यमुना एक्सप्रेस-वे हो या फिर आगरा एक्सप्रेस-वे हादसों की संख्या हमेशा बढ़ती रही। देखा गया कि सर्दियां आते ही घने कोहरे के कारण अधिकतर दुर्घटनाएं हुईं लेकिन अब आपको इन एक्सप्रेस-वे पर धीरे-धीरे चलना पड़ेगा।
यमुना एक्सप्रेस-वे ने बकायदा आदेश जारी कर दिया है। अब एक्सप्रेस-वे पर जो बड़े गाड़ियों की स्पीड 80 से ज्यादा नहीं होगी और जो चार पहिया छोटी गाड़ियां हैं वह 60 से ऊपर नहीं रहेंगीl दिल्ली से लखनऊ तक का 500 किमी का सफर है। ताजा आदेश का पालन नहीं करने पर चालान भी होगा और फाइन भी लगेगा। दूसरी तरफ आगरा एक्सप्रेस पेपर 10 स्पीडोमीटर लगे हैं जहां आप गाड़ी को निर्धारित स्पीड से जैसे ही तेज लेकर जाएंगे आपका इलेक्ट्रॉनिक चालान आपके मोबाइल पर आ जाएगा और आगे खड़ी पीसीआर आपको तुरंत रोक देगी।
यह सारे उपाय इसलिए किए गए हैं कि दोनों ही एक्सप्रेस पर यह पाया गया कि ठंडी का कोहरा कोहराम मचा देता है। सबसे ज्यादा दुर्घटना होती है और कोहरे में एक दुर्घटना के बाद गाड़ियां कितनी तेज चलती हैं एक दूसरे के पीछे टकराने का क्रम बन जाता है इसे कई बार देखा गया है और अब सरकार के आदेश के बाद, आप कोई एक्सप्रेस वे पर चलने की पूरी आजादी होगी बस आपको धीरे चलना है क्योंकि आप का सफर मंजिल तक तो पहुंच जाएं,पर सरकार की कोशिश यही है दुर्घटनाएं इस कोहरे के मौसम में होती हैं वह कोहरा आपके सफर को खराब ना करें और आप सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंचे ।इसके लिए यह कदम उठाए गए हैं बस आपको इन हाई स्पीड एक्सप्रेस वे के रास्तों पर अब धीरे-धीरे अपनी गाड़ी चलानी होगी और अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो फिर चालान के लिए तैयार हो जाइए आपसे भुगतान भी लिया जाएगा और पुलिस आपको रोकेगी भी