इस मामले को लेकर कुछ राजनीतिक पार्टियों ने अभिव्यक्ति की आजादी को उत्पन्न खतरे को लेकर चिंता व्यक्त की है। पुलिसकर्मियों द्वारा दूर हटाए जाने के बावजूद डीवाईएफआई के उत्तेजित सदस्यों ने मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार और मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ नारेबाजी की।
संगठन के सदस्यों की पुलिस के साथ जोरदार तकरार हुई और उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास के प्रबंधन के खिलाफ भी नारेबाजी की। उन्होंने हाल ही में अंबेडकर पेरियार स्टडी सर्कल की मान्यता समाप्त करने पर इसके खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की। डीवाईएफआई के एक कार्यकर्ता ने कहा कि तमिलनाडु में आरएसएस के एजेंडे को अनुमति नहीं दी जाएगी। पुलिस ने बताया कि और अधिक प्रदर्शन होने की संभावना को देखते हुए आईआईटी-एम के इर्द-गिर्द सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। इस बीच, द्रमुक और एडीएमके ने आईआईटी एम के अधिकारियों द्वारा असहिष्णुता दिखाए जाने पर क्षोभ व्यक्त किया है और अभिव्यक्ति की आजादी पर खतरों को लेकर चिंता व्यक्त की है।