- हरीश मानव
पंजाब की कैप्टन सरकार के खिलाफ प्रदर्शन में विधानसभा का घेराव करने जा रहे पंजाब के पूर्व रेवेन्यू मिनिस्टर बिक्रम सिंह मजीठिया और पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल को पुलिस ने हिरासत में लिया है। इसके अलावा, परमिंदर सिंह ढींढसा सहित 50 अकाली नेताओं को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
मंगलवार को पंजाब विधानसभा सत्र के शुरू होने से पहले सेक्टर-25 के रैली ग्राऊंड में अकाली दल की तरफ से विशाल रैली की गई। रैली में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल, भाजपा पंजाब प्रधान विजय सांपला सहित कई दिग्गज वहां कांग्रेस सरकार का विरोध करने के लिए जुटे। इन नेताओं के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों ने विधानसभा की तरफ कूच करने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उग्र हुए लोगों को काबू करने के लिए लाठीचार्ज के साथ-साथ पानी की बौछारें की।
केन्द्रीय मंत्री विजय सांपला पुलिस लाठीचार्ज में चोटिल
अकाली लीडरशिप के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों ने विधानसभा की तरफ कूच करने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उग्र हुए लोगों को काबू करने के लिए लाठीचार्ज के साथ-साथ पानी की बौछारें की। इस बीच पानी की बौछारों से केन्द्रीय मंत्री व पंजाब भाजपा अध्यक्ष विजय सांपला की दोनों आंखो में चोट लग गई और बताया जा रहा है कि बाईं आंख में ज्यादा चोट लगी, जिससे उन्हें देखने में तकलीफ हो रही है। डॉक्टर ने कहा है कि सूजन और खून के धब्बे हटने के बाद ही पता लग पाएगा कि कितनी चोट लगी हैं।
2,000 के करीब तैनात था पुलिस बल
चंडीगढ़ पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए पूरी तैयारी की हुई थी। अकालियों को विधानसभा जानें से रोकने के लिए 2,000 के करीब पुलिस के जवानों को तैनात किया गया। इसके अलावा पैरामिलटरी फोर्स, रैपिड एक्शन फोर्स और महिला पुलिस भी तैनात की गई। इस दौरान एस.एस. पी. जगदरे नीलांबरी ने कहा कि पहले अकालियों को आगे न बढ़ने की अपील की गई परन्तु वह नहीं मानें तो फिर उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया गया।