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झारखंड में मिला मंकीपॉक्‍स का संदिग्‍ध मरीज, पुणे भेजने के लिए गए छह नमूने

केरल, मुंबई, दिल्‍ली सहित कई देशों में मंकी पॉक्‍स के मामले आने के बाद बुधवार को झारखंड के गढ़वा में भी...
झारखंड में मिला मंकीपॉक्‍स का संदिग्‍ध मरीज, पुणे भेजने के लिए गए छह नमूने

केरल, मुंबई, दिल्‍ली सहित कई देशों में मंकी पॉक्‍स के मामले आने के बाद बुधवार को झारखंड के गढ़वा में भी मंकीपॉक्‍स की एक संदिग्‍ध मरीज मिली है। राज्‍य में इसकी जांच की व्‍यवस्‍था नहीं होने के कारण पुणे के नेशनल इंस्‍टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में जांच की खातिर भेजे जाने के लिए उसके छह नमूने लिए गये हैं। प्रारंभ में गढ़वा के सिविल सर्जन कमलेश कुमार ने पहली नजर में इसे मंकी पॉक्‍स का मामला मानने से इनकार कर दिया, कहा कि महिला का कोई ट्रैवल हिस्‍ट्री नहीं है। तत्‍काल उसे सदर अस्‍पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। एक दिन पहले ही राज्‍य सरकार ने मंकी पॉक्‍स के मामलों को लेकर प्रदेश भर में सतर्कता का निर्देश जारी किया है।

झारखंड से सटे बिहार की राजधानी के पटनासिटी में भी मंगलवार को मंकी पॉक्‍स की एक संदिग्‍ध मरीज का मामला सामने आया था। आइडीएसपी की टीम द्वारा स्‍क्रीनिंग में रिपोर्ट निगेटिव आया।

गढ़वा की संदिग्‍ध मरीज जिला मुख्‍यालय के टंडवा इलाके की रहने वाली है। उसे पांच दिन पहले बुखार आया और शरीर पर चकत्‍ते जैसे निकल आये। मंगलवार देर शाम मरीज के परिजन उसे लेकर सदर अस्‍पताल आये। डॉक्‍टरों ने मरीज की हालत को देखते हुए सिविल सर्जन व जिला सर्विलांस टीम को जानकारी दी। इसके बाद मरीज को अलग वार्ड में भर्ती कर इलाज शुरु किया गया।

जिला महामारी विशेषज्ञ डॉक्‍टर संतोष कुमार मिश्र के अनुसार निदेशालय के दिशा निर्देश के अनुसार सैंपल लिया गया है। नमूनों को पुणे भेजा जा रहा है। डॉ. मिश्र की निगरानी में ही मरीज के छह सैंपल लिये गये हैं। नाक, गला व शरीर पर बने चकत्‍ते या घाव का स्वाब, ब्लड सीरम, ब्लड के नमूने तथा यूरिन का सैंपल लिया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि मरीज को मंकी पॉक्‍स है या कुछ और। अभी मरीज की हालत है, बुखार नहीं है। मगर शरीर पर बने चकत्‍ते-छाले में दर्द है। सर्विलांस टीम मरीज की हालत पर लगातार निगारानी रखे हुए है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग उसे मंकी पॉक्‍स का मरीज नहीं मान रहा है। फिर भी मरीज को सदर अस्पताल के एक अलग वार्ड में रखकर इलाज किया जा रहा है। अभी तक मरीज का कोई ट्रैवल हिस्‍ट्री सामने नहीं आया है।

80 देशों में मंकीपॉक्‍स के फैलाव के बाद विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने रविवार को मंकी पॉक्‍स को ग्‍लोबल मेडिकल इमरजेंसी घोषित किया राज्‍यों को सतर्क करने के लिए भारत सरकार को भी 23 पन्‍नों का दिशा निर्देश जारी किया है। इधर स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के एक वरिष्‍ठ अधिकारी ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर का खौफ हम झेल चुके हैं। राज्‍य सरकार मामले में पूरी सतर्कता बरत रही है।

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