राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे और बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम खुली चिट्ठी लिखी है। इसमें उन्होंने बिहार में मौजूदा सांप्रदायिक तनाव पर चिंता जताते हुए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की राजधर्म वाली सरकार से सीख लेने की नसीहत दी है।
बता दें कि 2002 में गुजरात दंगों के दौरान वाजपेयी ने तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को राजधर्म के पालन का संदेश दिया था। असल में बिहार में हाल ही में हुए उपचुनावों के नतीजों के बाद से कई जिलों में हिंसा जारी है। अररिया के बाद दरभंगा और भागलपुर में माहौल खराब करने की कोशिश की गई। तेजस्वी ने अपनी चिट्ठी में इनका जिक्र करते हुए कहा है, 'जब प्रदेश में हिंसा का माहौल हो तो फिर विकास संभव नहीं है।'
अपनी चिट्ठी में तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर वोट के लिए सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, 'आपकी सरकार में सहयोगी भाजपा और उसके अन्य संगठनों द्वारा राज्य में हिंसा का वातावरण पैदा किया जा रहा है, वह राज्य की जनता के हित में नहीं है। यह सब समाज में ध्रुवीकरण करने और उसके आधार पर मतदान को प्रभावित कर राजनीतिक हित साधने का ही प्रयास है। आप इस रणनीति से राजनीतिक लाभ उठा सकते हैं लेकिन देश की गंगा-जमुनी तहजीब पर इसका विपरीत असर होता है। तेजस्वी ने नीतीश कुमार से अपील की है कि लोगों के हित में बिहार राज्य को बचाने के लिए कदम उठाएं।