हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म करने वाले चारों आरोपियों के एनकाउंटर के बाद तेलंगाना पुलिस की तारीफ हो रही है। पुलिस के मुताबिक, यह एनकाउंटर उस वक्त हुआ जब शुक्रवार सुबह पुलिस आरोपियों को घटनावाली जगह ले गई थी। इसी दौरान आरोपियों ने एक पुलिसवाले का रिवॉल्वर निकाल लिया और भागने की कोशिश की। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में चारों आरोपी मारे गए।
शुक्रवार तड़के तीन से छह बजे के बीच हैदराबाद गैंगरेप मामले के आरोपियों को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया। पुलिस कमिश्नर सीवी सजन्नार ने मीडिया को बताया कि चारों को तड़के घटनास्थल पर क्राइम सीन रिक्रिएशन के लिए ले जाया गया था। यहीं अपराधियों ने हथियार छीन कर पुलिस पर फायर किया और भागते हुए पत्थरबाजी की। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में चारों को मार गिराया।
एनकाउंटर के पीछे आइपीएस वीसी सज्जनार का हाथ
जानकारी के मुताबिक, इस एनकाउंटर के पीछे आईपीएस वीसी सज्जनार का हाथ है। सज्जनार इस वक्त साइबराबाद पुलिस कमिश्नर हैं। यह पहला मौका नहीं है जब दरिंदगी के आरोपियों का एनकाउंटर हुआ हो। इससे पहले 2008 में भी सज्जनार के वारंगल में एसपी रहते पुलिस ने दो लड़कियों पर तेजाब फेंकने वाले तीन आरोपियों का एनकाउंटर किया था।
1996 बैच के अधिकारी हैं सज्जनार
हैदराबाद एनकाउंटर घटना की देशभर में तारीफ हो रही है, विशेषकर पुलिस कमिश्नर सीवी सज्जनार की भूमिका की लोग काफी सराहना कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर यूजर्स पुलिस कमिश्नर सीवी सज्जनार के लिए हैशटैग ‘एनकाउंटर मैन’ का यूज कर रहे हैं। बता दें कि एनकाउंटर मैन के नाम से विख्यात सीसी सज्जनार 1996 बैच के आइपीएस अधिकारी हैं। उनको, सख्त मिजाजी और महिला सुरक्षा को लेकर संवेदनशील होने के लिए जाना जाता है।
दिसंबर 2008
आंध्रप्रदेश के वारंगल में दिसंबर 2008 को दो लड़कियों पर तेजाब फेंकने की घटना ने सभी को चौंका दिया था। पुलिस ने घटना के चार दिन बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया था। कहा जाता है कि उस वक्त जब पुलिस थोड़ी देर बाद तीनों आरोपियों को घटनास्थल ले गई तो आरोपियों ने पुलिस पर हमला कर भागने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस की जवाबी कार्रवाई में तीनों आरोपी, पी हरिकृष्णा, बी संजय और श्रीनिवास राव मारे गए थे।
हैदराबाद में 27 साल की महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप के बाद हत्या का मामला सामने आया था। डॉक्टर का शव 28 नवंबर को जला हुआ मिला था। इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पुलिस शुक्रवार यानी 6 दिसंबर को सभी आरोपियों को जांच के लिए घटनास्थल पर ले गई थी। तभी आरोपियों ने भागने की कोशिश की। पुलिस एनकाउंटर में चारों आरोपी मारे गए।