पंजाब में कोरोना वायरस से संक्रमित पहले व्यक्ति की नईं जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है और मरीज स्वस्थ होकर अपने गांव खनूर पहुंच गया है। 44 वर्षीय यह व्यक्ति 4 मार्च को अपनी पत्नी और बच्चों के साथ इटली से भारत आया था। उसके दिल्ली और अमृतसर एयरपोर्ट पर टेस्ट करवाए गए थे, जिसमें उसे क्लीनचिट दे दी गई थी।
उसने अपने परिवार और संपर्क में आने वाले अन्य व्यक्तियों की सुरक्षा के लिए टेस्ट कराया। उसमें इस दौरान कोरोना के कोई प्रत्यक्ष लक्षण भी नहीं थे। उसने बताया कि उसकी पत्नी और बेटों की रिपोर्ट नेगेटिव आई जबकि उसकी रिपोर्ट पाजिटिव आई थी। इस दौरान उसकी पत्नी और बच्ची को भी आइसोलेशन में रखा गया। उसने बताया कि डाक्टरों से लेकर अस्पताल स्टाफ ने उसे ठीक करने के लिए दिन रात एक कर दिया। जब वह इटली से भारत आया था। उस समय वहां के हालात इतने खराब नहीं थे। उनको नौकरियां से छुट्टी दे दी गई थी और स्कूल, कालेज बंद कर दिए गए थे। उसने लोगों से अपील की है कि कोरोनावायरस से घबराने की जरूरत नहीं है। आइसोलेशन में रहकर और स्वास्थ्य संबंधित हिदायतों की पालन करके इस बीमारी से बचा जा सकता है।
पंजाब और केंद्र सरकार के आंकड़े मेल नहीं खाते आंकड़े
कोरोना वायरस के फैले प्रकोप के बाद एयरपोर्ट से मिले आकड़ों के आधार पर पंजाब सरकार ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर कहा था कि राज्य में एक लाख एनआरआई आए हैं लेकिन अब स्वास्थ्य विभाग ने अपनी रिपोर्ट में ने 55,669 एनआरआई बताए हैं। इसके साथ ही विभाग ने चिंता जताते कहा कि बहुत सारे लोग नियमों की पालना नहीं कर रहे है। केंद्र सरकार द्वारा राज्य के आला अफसरों को दिए ताजा निर्देशों में कहा गया है कि जो एनआरआई 30 जनवरी के बाद पंजाब आए हैं, उनको ढूंढकर आइसोलेट किया जाए,जिससे कोरोना को बढ़ने से रोका जा सकें। अतिरिक्त मुख्य सचिव सतीश चंद्र के आदेशों के अनुसार सभी जिलों के डिप्टी कमिश्नरों को जिलों को सेक्टरों में विभाजित करने और एनआरआईज की व्यवस्थित सूची बनाने के लिए अधिकारियों की नियुक्ति करने के लिए कहा गया है। निगरानी टीम कोरोना के लक्षण पाए जाने उसका नियमित रूप से निरीक्षण करे। बता दें कि पिछले सप्ताह केंद्र को भेजे एक पत्र में, स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा था कि पंजाब में देश से सबसे अधिक 90 हजार एनआरआई आए हैं।
छोटी-छोटी बातों के लिए मांग रहे हैं पास
पंजाब सरकार ने पूरे राज्य में कर्फ्यू लगाया हुआ है। बावजूद इसकॉ लोग छोटी-छोटी बातों के लिए पास की मांग कर रहे है। मोहाली के सब डिवीजनल मैजिस्ट्रेट हिमांशु जैन का कहना है कि लोग स्थिति की गंभीरता को नहीं समझ रहे। उनके पास बाल कटवाने, कुत्ते को सैर करवाने, वॉक पर जाने के लिए पास लेने के लिए अनुरोध आ रहे हैं। वहीं, कुछ वीआईपी लोगों ने कुक और गनमैन के लिए पास मांगे हैं।