झारखंड में हाथियों का आतंक बढ़ता जा रहा है। गुरुवार की देर रात लातेहार जिला के चंदवा थाना के मालहन में हाथियों के झुंड ने एक ही परिवार के तीन लोगों को कुचलकर मार डाला। मारे गये लोगों में तीन साल की बच्ची भी है। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंच शवों को अपने कब्जे में ले लिया है।
गुरुवार की देर रात मालहन पंचायत में ईट भट्ठे में काम करने वाला श्रमिक फनु भुइयां के अपनी झोपड़ी में पत्नी बबीता और तीन साल की बेटी के साथ सोया हुआ था। इस दौरान करीब एक दर्जन हाथियों के झुंड ने ईट भट्ठे पर हमला कर दिया। जमकर उतपात मचाया। करीब में ही झोपड़ियों में सो रहे मजदूर तो भाग निकले मगर फनु और उसका परिवार हाथियों की चपेट में आ गया। हाथियों ने कुचलकर फनु और उसके परिवार को मार डाला। फनु मूलरूप से गढ़वा जिले का रहने वाला था लातेहार के चंदवा में ईंट भट्ठे में मजदूरी कर परिवार का पेट पालता था। हमला करने के बाद हाथियों का झुंड वापस जंगल की ओर वापस लौट गया। घटना के बाद पुलिस और वन विभाग को जानकारी दी गई।
पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों ने घटना स्थल का दौरा कर जायजा लिया। वन अधिकारियों ने मृतक के आश्रितों को निर्धारित दर पर मुआवजा देने की बात कही है। आश्रित को तत्काल 60 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी गई है। हाथियों के उपद्रव को लेकर ग्रामीणों में नाराजगी है। एक माह से बालूमाथ-चंदवा वन क्षेत्र में हाथियों का आतंक है, उनकी चहलकदमी बनी हुई है मगर वन अधिकारी कुछ नहीं करते। अधिकारियों ने यह भी कहा कि हाथियों को भगाने के लिए बाहर से टीम बुलाई जा रही है। हाल के कुछ महीनों से झारखंड में हाथियों का उत्पात कुछ ज्यादा ही बढ़ा हुआ है।
कोडरमा के मरकच्चो में भी आज शुक्रवार को तड़के पपलो पंचायत के धोबाडवा नदी के पास ढोल लेकर जा रहे लखन दास को हाथी ने कुचलकर मार डाला। 55 साल का लखन बिरनी थाना के पंडरिया पंचायत के वृंदा गांव का रहने वाला था। एक शादी समारोह में ढोल बजाने गया था और सुबह वापस अपने गांव लौट रहा था। मार्च के अंतिम सप्ताह में रामगढ़ के खोखा गांव में जंगल में महुआ चुनने गई महिला को हाथियों के झुंड ने कुचलकर मार डाला था। फरवरी में ही हजारीबाग, रामगढ़, चतरा, लोहरदगा और रांची में अलग-अलग घटनाओं में हाथियों ने डेढ़ दर्जन लोगों की जान ले ली है। रांची के इटकी में ही पांच लोगों को कुचल कर मार डाला था उसके बाद प्रशासन को इलाके 144 लागू करना पड़ा था।