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कौन है हिजबुल मुजाहिदीन का टॉप कमांडर मेहराजुद्दीन जो हंदवाड़ा मुठभेड़ में हुआ ढेर, मोस्ट वांटेड सूची में डबल-ए श्रेणी का था आतंकी

कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ जारी जंग में सुरक्षाबलों को आज बुधवार तड़के उस समय बड़ी कामयाबी मिली जब...
कौन है हिजबुल मुजाहिदीन का टॉप कमांडर मेहराजुद्दीन जो हंदवाड़ा मुठभेड़ में हुआ ढेर, मोस्ट वांटेड सूची में डबल-ए श्रेणी का था आतंकी

कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ जारी जंग में सुरक्षाबलों को आज बुधवार तड़के उस समय बड़ी कामयाबी मिली जब मुठभेड़ में उन्होंने हिजबुल मुजाहिदीन के मोस्ट वांटेड टॉप कमांडर मेहराजुद्दीन हलवाई उर्फ उबैद को मार गिराया। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में बुधवार को सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में हिज्बुल मुजाहिदीन का एक कुख्यात आतंकवादी मारा गया। पुलिस ने यह जानकारी दी।

कश्मीर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने इस खबर की जानकारी ट्वीट कर दी। उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवादी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन के सबसे पुराने और कुख्यात आतंकवादियों में से एक मेहराजुद्दीन हलवाई उर्फ उबैद को हंदवारा में हुई मुठभेड़ में मार गिराया। वह आतंकवाद से जुड़े अनेक अपराधों में शामिल था। यह एक बड़ी सफलता है।’’

पुलिस ने बताया कि जिले के हंदवारा में पाजीपोरा-रेनान इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने बुधवार सुबह वहां घेराबंदी कर तलाश अभियान चलाया था। इस दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी की और अभियान मुठभेड़ में तब्दील हो गया। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई में मेहराजुद्दीन हलवाई मारा गया।

वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक करीब 36 वर्षीय मेहराजुद्दीन वर्ष 2012 से उत्तरी कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था। घाटी में अब तक हुए कई आतंकवादी हमलों में वह शामिल रह चुका था। सुरक्षाबलों की मोस्ट वांटेड सूची में शामिल दस आतंकियों की सूची में वह चौथे नंबर पर था। मेहराजुद्दीन उत्तरी कश्मीर में कई नागरिकों-सुरक्षाबलों की हत्याओं में शामिल रह चुका था। सोपोर के खुशालमट्टू गांव का रहने वाले मेहराजुद्दीन हलवाई को सुरक्षाबलों ने मोस्ट वांटेड सूची में डबल-ए श्रेणी में रखा था। करीब 36 वर्षीय मेहराजुद्दीन वर्ष 2015 के अंत तक उत्तरी कश्मीर में पूरी तरह सक्रिय हो चुका था। सुरक्षाबलों ने जब उसकी धरपकड़ का सिलसिला तेज किया तो वह कुछ सालों के लिए पाकिस्तान में जा छिपा था। उसके वापस लौटने पर ही वर्ष 2019 में सुरक्षाबलों ने उसे अपनी मोस्ट वांटेड सूची में शामिल किया।

बता दें कि घाटी में आतंकवाद के खात्मे के लिए सुरक्षाबल ऑपरेशन ऑलआउट चला रहे हैं। यानी आतंकवादियों को सीधे मौत। लेकिन इस समय भाड़े के आतंकवादी भी एक नई चुनौती बनते जा रहे हैं। चूंकि ये सुरक्षाबलों की हिट लिस्ट में शामिल नहीं होते, इसलिए इन्हें पकड़ना या मारना मुश्किल हो जाता है।

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