बिहार में हाल में इंटरमीडिएट परीक्षा के रिजल्ट से सामने आए फर्जीवाड़े के मुख्य सूत्रधार माने जा रहे बच्चा राय मामले के खुलासे के बाद से फरार थे। पुलिस ने वैशाली के भगवानगंज स्थित विशुन राय कॉलेज के सचिव सह प्राचार्य राय को उस समय गिरफ्तार कर लिया गया जब वह आत्मसमर्पण करने के लिए आज भगवानपुर पुलिस थाना पहुंचे थे। हाजीपुर पुलिस सूत्रों ने बताया कि विवादित विशुन राय काॅलेज के सचिव सह प्राचार्य बच्चा राय आत्मसमर्पण करने के लिए भगवानपुर पुलिस थाने में पहुंचे, जहां पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि बच्चा राय स्थानीय मीडिया की मौजूदगी में आत्मसमर्पण करने आए थे। राय पर आरोप है कि वह पैसे लेकर अपने कॉलेज से छात्रों को परिक्षा दिलाकर मनचाहा नंबर दिलाते हैं। पटना पुलिस की गठित विशेष जांच दल इस पूरे प्रकरण की जांच कर रही है।
बिहार में 12वीं कक्षा की मेरिट लिस्ट में हुई गड़बड़ी की जांच के लिए बनाए गए विशेष जांच दल (एसआईटी) की अगुवाई कर रहे पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज ने बताया, हम लोगों ने बच्चा राय को गिरफ्तार कर लिया है। वरिष्ठ पुलिस अधिक्षक ने कहा कि पुलिस आरोपी की तलाश कर रही थी और आज उसे गिरफ्तार कर लिया गया। बिहार में इंटरमीडिएट के कला संकाय की टाॅपर रूबी राय और विज्ञान संकाय के टाॅपर सौरभ श्रेष्ठ का संबंध इसी बिशुन राय काॅलेज से है, जिसके सचिव सह प्राचार्य बच्चा राय हैं। महाराज ने कहा, हम लोग उनसे गहन पूछताछ करेंगे। राजद के समर्थक माने जाने वाले बच्चा राय मामले में कथित तौर पर पुलिस से बचने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने बताया कि जांच में इस बात के संकेत मिले हैं कि इस मामले में बच्चा राय की भूमिका अहम थी। इस प्रकरण में पटना के कोतवाली थाने में दर्ज कराई गई प्राथमिकी में बच्चा राय की बेटी शालिनी राय को भी नाजमद आरोपी बनाया गया है।