- चंदन बंगारी
अचानक पत्थरों से लदी बोगियों को पटरी पर दौड़ता देख रेलवे कर्मी अवाक रह गए। करीब 25 किलोमीटर का सफर तय कर बोगियां खटीमा रेलवे स्टेशन के पास आकर रुक गई। बोगियों की चपेट में आने से एक लड़की बाल-बाल बची।
मिली जानकारी के अनुसार, मंगलवार सुबह पत्थरों से लदी मालगाड़ी की 8 बोगियां टनकपुर स्टेशन में खड़ी थी। बोगियों में भरे पत्थर वहां बिछ रही ब्राडगेज लाइन के लिए भेजे गए थे। इसी बीच अचानक बोगियों के पहिए खुद ब खुद खटीमा की ओर चलने लगे और पटरी पर बोगियों ने रफ्तार पकड़ ली। बिना इंजन बोगियों को दौड़ता देख रेल कर्मियों में हड़कंप मच गया। जिसके बाद रास्ते में पड़ने वाले तमाम क्रासिंग में तैनात कर्मियों को अलर्ट कर दिया गया। इसी बीच ब्राडगेज लाइन निर्माण में लगा एक ट्रैक्टर भी बोगियों के साथ घिसटता चला गया। खटीमा रेलवे स्टेशन से पहले करीब एक-डेढ़ किलोमीटर तक घिसटने के बाद मलवे में तब्दील ट्रैक्टर और अगली बोगियों के पटरी से उतरने की वजह से बाकी मालगाड़ी भी रुक गई।
बोगियों के दौड़ने की जानकारी से रेलवे क्रासिंग के स्टाफ को अलर्ट कर दिया गया था, जिससे बनबसा क्रासिंग पर अनहोनी टल गई। इसी क्रासिंग से भारत और नेपाल के लोगों की आवाजाही काफी रहती है। घटना से ब्राडगेज लाइन में काम कर रहे कर्मचारी और मजदूरों में दहशत रही। हालांकि कोई हताहत नहीं हुआ। अपने आप में इस प्रकार की अनूठी घटना से रेलवे प्रशासन भी सकते में है। रेलवे के एडीआरएम एके अग्रवाल ने बताया कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और उसकी जांच की जा रही है। जांच के बाद ही आवश्यक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।