आम आदमी पार्टी (आप) ने पहली बार उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद लोकसभा क्षेत्र में एक ट्रांसजेंडर उम्मीदवार को उतारा है। आप उम्मीदवार भवानी नाथ वाल्मीकि को सभी लोग भवानी मा के नाम से जानते हैं। उनके सामने भाजपा की रीता बहुगुणा जोशी और समाजवादी पार्टी-बहुजन समाज पार्टी गठबंधन के राजेंद्र प्रताप सिंह खड़े हैं।
आप उम्मीदवार का कहना है कि "जब मैंने राजनीति में शामिल होने का फैसला किया, तो मैंने कई दलों से बात की। लेकिन उन्हें लगा कि मैं उनके लिए फिट नहीं हूं। सिर्फ आम आदमी पार्टी ने मुझे और मेरे विचारों को सुना। दरअसल एक ट्रांसजेंडर का चुनाव में खड़ा होना समाज की जीत है।
भवानी मां का मानना है कि यदि ट्रांसजेंडर समुदाय से ही कोई नेता हो तो यह हमारे समुदाय के विकास के लिए अच्छा होगा। भवानी मां महामंडलेश्वर भी हैं। उनका कहना है कि अगर मैं सांसद बन जाती हूं, तो मैं अपने समुदाय के मुद्दों को हल करने की कोशिश करूंगी। क्योंकि महामंडलेश्वर होने पर मैं अपने समुदाय की सभी परेशानी दूर नहीं कर सकती।
भवानी ने कहा, "यहां बेरोजगारी बढ़ रही है। शिक्षा, रोजगार, पानी और चिकित्सा सुविधाएं मेरी प्राथमिकताएं हैं, यही वजह है कि मैं राजनीति में शामिल हुई हूं। उनके अनुसार धार्मिक शहर इलाहाबाद में कोई विकास नहीं हुआ है। वह इलाहाबाद का भी विकास करना चाहती हैं। भवानी मां के अखाड़े ने पहली बार कुंभ मेले में भाग लिया था।