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केरल सीरियल ब्लास्ट: धमाकों में दो महिलाओं की मौत, 51 लोग घायल, सीएम विजयन ने बुलाई सर्वदलीय बैठक

केरल के कलमश्शेरि में ईसाई समुदाय के एक सम्मेलन केंद्र में रविवार सुबह हुए धमाकों में दो महिलाओं की...
केरल सीरियल ब्लास्ट: धमाकों में दो महिलाओं की मौत, 51 लोग घायल, सीएम विजयन ने बुलाई सर्वदलीय बैठक

केरल के कलमश्शेरि में ईसाई समुदाय के एक सम्मेलन केंद्र में रविवार सुबह हुए धमाकों में दो महिलाओं की मौत हो गई और 51 लोग घायल हुए हैं। कुछ घायलों की हालत गंभीर है। कलमश्शेरि में ईसाई समुदाय के एक सम्मेलन केंद्र में उस वक्त धमाके हुए, जब सैकड़ों लोग तीन दिवसीय प्रार्थना सभा के समापन अवसर पर एकत्र हुए थे।

ईसाइयों के ‘यहोवा के साक्षी’ संप्रदाय का सदस्य होने का दावा करने वाले एक व्यक्ति ने रविवार सुबह हुए विस्फोटों की जिम्मेदारी लेते हुए सोशल मीडिया पर एक वीडियो संदेश पोस्ट किया।

विभिन्न टीवी चैनलों पर प्रसारित वीडियो में खुद की पहचान मार्टिन के रूप में बताते हुए व्यक्ति ने दावा किया कि उसने विस्फोट इसलिए किए क्योंकि संगठन की शिक्षाएं ‘देश के लिए सही नहीं’ हैं।

पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और धारा 307 (हत्या का प्रयास) के साथ-साथ विस्फोटक अधिनियम और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।

वहीं, राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि 51 घायलों में से 30 को राज्य के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और उनमें से 18 आईसीयू में हैं।

मंत्री ने कहा कि 18 में से छह – जिनमें एक 12 साल का बच्चा भी शामिल है – गंभीर हालत में हैं। उन्होंने कहा कि तीन लोग 90 प्रतिशत से अधिक जल गए हैं।

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) कानून एवं व्यवस्था एम.आर. अजित कुमार ने यहां संवाददाताओं को बताया कि विस्फोटों की जिम्मेदारी लेकर आत्मसमर्पण करने वाले व्यक्ति का नाम डोमिनिक मार्टिन है।

उन्होंने कहा, ‘‘उसने अपने दावे के समर्थन में सबूत भी दिए। हम फिलहाल इसकी जांच कर रहे हैं। हम उसके दावों और कृत्य को अंजाम देने के लिए बताए गए कारणों की भी जांच कर रहे हैं।’’ उन्होंने यह भी कहा कि इस व्यक्ति ने खुद के ‘यहोवा के साक्षी’ ईसाई धार्मिक समूह का अनुयायी होने का भी दावा किया है। इस समूह की स्थापना 19वीं शताब्दी में अमेरिका में हुई थी।

विस्फोटों की जिम्मेदारी लेने वाले व्यक्ति ने कहा कि सभी को बम धमाकों और इसके बाद हुए गंभीर नतीजों के बारे में पता चल गया होगा। उसने वीडियो, जो अब सोशल मीडिया पर उपलब्ध नहीं है, में कहा, ‘‘वहां क्या हुआ, मुझे ठीक-ठीक पता नहीं है, लेकिन मैं जानता हूं कि यह (विस्फोट) हुआ और मैं इसकी पूरी जिम्मेदारी लेता हूं।’’

व्यक्ति ने कहा कि उसने लोगों को यह बताने के लिए वीडियो बनाया कि उसने यह निर्णय क्यों लिया। उसने इसे ‘अच्छी तरह से सोचा-समझा’ निर्णय बताया। व्यक्ति ने कहा कि वह 16 साल तक ‘यहोवा के साक्षी’ ईसाई धार्मिक समूह का हिस्सा रहा है।

व्यक्ति ने आरोप लगाया, ‘‘शुरू में, मैंने इसे गंभीरता से नहीं लिया और मजाक के तौर पर उनके साथ चला गया। लगभग छह साल पहले, मुझे एहसास हुआ कि वे एक अच्छा संगठन नहीं हैं और उनकी शिक्षाएं देश के लिए सही नहीं हैं।’’

उसने दावा किया कि उसने संगठन को अपनी शिक्षाओं को सही करने के लिए कई बार कहा था, लेकिन वह ऐसा करने के लिए तैयार नहीं था। व्यक्ति ने तर्क दिया, ‘‘चूंकि मेरे पास कोई अन्य विकल्प नहीं था, इसलिए मैंने यह निर्णय लिया।’’

इससे पहले दिन में, केरल के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शेख दरवेश साहब ने तिरुवनंतपुरम में पत्रकारों से कहा कि प्रारंभिक जांच के अनुसार विस्फोट आईईडी के कारण हुआ।

डीजीपी ने कहा, ‘‘आज सुबह करीब नौ बजकर 40 मिनट पर कलमश्शेरि में जमराह इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में धमाका हुआ जिसमें हमारी सूचना के अनुसार एक व्यक्ति की मौत हो गई तथा 36 लोगों का उपचार किया जा रहा है।’’ उन्होंने कहा कि मामले की जांच जारी है।

अधिकारी ने यह भी कहा कि विस्फोट स्थल का दौरा करने के बाद एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित किया जाएगा। एक पुलिस सूत्र ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि तीन धमाके हुए, जिनमें से दो जोरदार और तीसरा कम तीव्रता का था।

यह पूछे जाने पर कि क्या विस्फोटक को रखने के लिए ‘टिफिन बॉक्स’ का इस्तेमाल किया गया था, जैसा कि कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है, सूत्र ने कहा कि इस स्तर पर इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती क्योंकि घटनास्थल की जांच राज्य आतंकवाद-रोधी दस्ते और राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) समेत कई एजेंसियों द्वारा की जा रही है। यह पूछे जाने पर कि क्या यह आतंकवादी हमला था, इस पर डीजीपी ने कहा कि वह इस चरण में कुछ नहीं कह सकते हैं।

शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘जांच के बाद ही मैं जानकारियों की पुष्टि कर सकता हूं। हम सभी पहलुओं से जांच कर रहे हैं। हम यह पता लगाएंगे कि इसके पीछे कौन हैं और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे।’’ उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने का अनुरोध किया और उनसे सोशल मीडिया पर उकसावे या घृणा वाले संदेश न फैलाने को कहा। दरवेश ने आगाह किया कि सोशल मीडिया पर उकसावे या घृणा संदेश फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने इस घटना को ‘‘चौंकाने वाला’’ बताया तो वहीं मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने इसे ‘‘बेहद दुर्भाग्यपूर्ण’’ करार दिया।

राज्यपाल ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, ‘‘केरल में एर्नाकुलम जिले के कलमश्शेरि में एक धार्मिक सभा में विस्फोट के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं। मृतकों के परिजनों के प्रति हार्दिक संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।’’

दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए, विजयन ने कहा, ‘‘यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो अन्य की हालत गंभीर है। जांच शुरू कर दी गई है। घटना को बेहद गंभीरता से लिया जा रहा है।’’ मुख्यमंत्री ने धमाकों के मद्देनजर सोमवार को सर्वदलीय बैठक भी बुलाई है।

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के प्रदेश सचिव एम.वी. गोविंदन ने दिल्ली में पत्रकारों से कहा कि फलस्तीन मुद्दे से ध्यान भटकाने के उद्देश्य से अंजाम दी गई किसी भी भयावह घटना पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने कहा, ‘‘जब केरल फलस्तीन के लोगों के साथ एकजुट होकर खड़ा है, तब इससे ध्यान भटकाने के लिए किसी भी भयावह घटना पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सरकार और लोकतंत्र को मानने वाले लोग इसकी निंदा करेंगे।’’

उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात में राजनीतिक तौर पर देखने पर ऐसी घटना किसी आतंकी वारदात का हिस्सा लगती है। उन्होंने कहा, ‘‘इसकी गंभीरता से जांच किए जाने की जरूरत है।’’ सम्मेलन केंद्र में मौजूद लोगों ने पत्रकारों को बताया कि पहला धमाका प्रार्थना के दौरान हुआ।

केंद्र के अंदर मौजूद एक बुजुर्ग महिला ने कहा, ‘‘पहला धमाका सुनने के बाद जब मेरी आंखें खुलीं तो मैंने देखा कि आग लगी हुई है। सब लोग इधर-उधर भागने लगे। यह एक विशाल हॉल है और अंदर बड़ी संख्या में लोग थे।’’

एक अन्य बुजुर्ग व्यक्ति ने कहा, ‘‘मैं हॉल के किनारे खड़ा होकर आंखें बंद करके प्रार्थना कर रहा था। अचानक, पास ही विस्फोट की आवाज सुनाई दी। मुझे चारों ओर केवल आग नजर आई और अन्य लोगों के साथ मैं दरवाजे की ओर भागा।’’ सम्मेलन केंद्र में मौजूद एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि घटना के समय हॉल के भीतर सैकड़ों की संख्या में लोग थे।

टेलीविजन चैनल पर प्रसारित घटना के दृश्यों में बड़ी संख्या में दमकल कर्मियों और पुलिस कर्मियों को घटनास्थल से लोगों को निकालते हुए देखा जा सकता है।

सम्मेलन केंद्र के अंदर हुए धमाके के विचलित करने वाले दृश्यों में हॉल में कई जगहों पर आग लगी नजर आ रही थी, जिससे डरे लोग चिल्लाते दिखे। इन दृश्यों में धमाके के बाद सैकड़ों लोग केंद्र के बाहर खड़े नजर आए।

केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने धमाके के मद्देनजर चिकित्सा पेशेवरों से ड्यूटी पर आने का आग्रह किया। धमाकों के बाद राज्य भर में पुलिस और जिला प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है।

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