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वोट नहीं दिया तो मार डाला

बंगाल में राजनीतिक हिंसा बढ़ने लगी है। तीसरे चरण के मतदान के बाद बर्दवान में दो लोगों की हत्या कर दी गई। कल्याणी में कहे अनुसार वोट न देने पर पति-पत्नी के हाथ-पांव तोड़ दिए गए। हरिणघाटा में देर रात एक मकान में आग लगा दी गई। वहां रहने वाले एक राजनीतिक पार्टी समर्थक को परिवार जला मारने की कोशिश की गई।
वोट नहीं दिया तो मार डाला

चौथे चरण के चुनाव में अभी दो दिन बाकी हैं, लेकिन अब राजनीतिक हिंसा बढ़ने लगी है। गुरुवार की देर रात बर्दवान के खंडघोष के लोधनाग्राम में में माकपा समर्थक दुखीराम डाल और शेख फजल हक की हत्या कर दी गई। दोनों माकपा के कैडर थे। तृणमूल समर्थकों ने लोधनाग्राम पर हमला कर दिया था। हंगामा इस कदर बढ़ गया कि रैपिड एक्शन फोर्स उतारनी पड़ी। हमला करने पहुंचे लोग दुखीराम और शेख फजल को अगवा कर ले गए। दोनों माकपा के पोलिंग एजेंट थे। देर रात दोनों के शव गांव के बाहर पड़े मिले। दोनों की गला काटकर हत्या कर दी गई थी।

कल्याणी के विवेकानंद पल्ली के शिबू दास और उनकी पत्नी को निर्देशानुसार वोट न देने पर जमकर पीटा गया। उनदोनों के हाथ-पांव तोड़ देने के आरोप में एफआईआर तृणमूल के कुछ समर्थकों के खिलाफ की गई है। शिबू दास कालना के पोलिटेक्निक कॉलेज में पढ़ाते हैं। उत्तर 24 परगना के चाकदा, गयेशपुर, कल्याणी इलाकों में मतदान के एक रात पहले मोटरसाइकिल से पहुंचे लोगों ने तृणमूल को वोट डालने का निर्देश स्थानीय लोगों को दिया था।

गुरुवार की देर रात हरिणघाटा के पारुलिया इलाके में सुकूर अली मंडल के मकान में आग लगा दी गई। तब वे, उनकी पत्नी और उनका 13 साल का बेटा गहरी नींद में थे। आग की तपिश और किरासन तेल की बदबू से सुकूर अली की नींद खुल गई। किसी तरह दरवाजा तोड़कर यह परिवार अपनी जान बचा सका। माकपा समर्थक सुकूर अली पर कई दफा जानलेवा हमला हो चुका है। 

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