हंगामा करने वाले आरोपी खुद को आम आदमी पार्टी के वर्कर बता रहें थे। हंगामे के बीच स्पीकर के ऑर्डर पर मार्शल्स ने उन्हें हिरासत में लिया। इसी दौरान कुछ आप विधायकों ने असेंबली में दोनों से मारपीट की। मारपीट में घायल एक आरोपी को स्ट्रेचर पर लेकर जाना पड़ा। असेंबली ने दोनों को 30 दिन के लिए जेल भेजने का प्रस्ताव पास किया है।
कार्यवाही 30 मिनट रूकी रही
हंगामे के चलते असेंबली की कार्यवाही करीब 30 मिनट तक सस्पेंड कर दी गई। पर्चे फेंकने वाले जगदीप राणा और मदान ने असेंबली में 'सत्येंद्र जैन भ्रष्ट है' के नारे लगाए और जैन से इस्तीफा मांगा।वहीं आप के पूर्व नेता कपिल मिश्रा ने कहा इन दोनों ने अहिंसा पूर्ण तरीके से विरोध जताया है। जगदीप राणा आप के टिकट पर आजादपुर से विधायक का चुनाव लड़ चुके हैं। उन्हें 28 हजार वोट मिले थे उन्होंने दिल्ली के एक कॉलेज से बीटेक किया है। फिलहाल वे दिल्ली में पार्टी के उपाध्यक्ष हैं। दूसरा शख्स मदान है जो पंजाब में आप का प्रभारी है। दोनों ने पर्चों में लिखा था कि वह हिंसा करने नहीं, सिर्फ विरोध जताने आए हैं। उन्होंने जैन के भ्रष्टाचार और उस पर केजरीवाल की चुप्पी को लेकर दोनों नेताओं से इस्तीफे की मांग की। आप विधायकों ने दोनों को कमरे में बंद कर बुरी तरह पीटा है। मैंने 100 नंबर डायल कर पुलिस बुलाई, ताकि वो जिंदा बच पाएं।
क्या हैं सत्येंद्र जैन आरोप
गौरतलब है कि मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और सीबीआई सत्येंद्र जैन से पूछताछ कर रही है। उन पर हवाला के जरिए 17 करोड़ रुपए ट्रांसफर करने और 4.63 लाख के मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल होने का आरोप है। उनके खिलाफ अप्रैल में सीबीआई ने प्राथमिक जांच दर्ज की गई। 2 जून को CBI ने जांच के सिलसिले में जैन को हेडक्वार्टर बुलाकर करीब 8 घंटे तक पूछताछ की। इसके साथ ही 19 जून को सीबीआई की टीम ने जैन के घर पर उनकी पत्नी से भी पूछताछ की थी।