उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को रियल एस्टेट बिल्डर्स को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा था कि यदि खरीदारों को जल्द फ्लैट नहीं देते तो बिल्डरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
योगी की चेतावनी के बाद सोमवार को पुलिस ने आम्रपाली बिल्डर्स पर बड़ी कार्रवाई की। 4 करोड़ रुपये का लेबर सेस नहीं चुकाने पर आम्रपाली के हेड ऑफिस को सील कर दिया गया है।
पुलिस ने आम्रपाली बिल्डर्स के सीईओ ऋतिक कुमार को गिरफ्तार किया। कंपनी के सीईओ के अलावा आम्रपाली के मैनेजिंग डॉयरेक्टर (एमडी) निशांत मुकुल को भी गिरफ्तार किया गया है। ऋतिक कुमार आम्रपाली ग्रुप के मालिक अनिल शर्मा के दामाद हैं।
आम्रपाली के दोनों अधिकारियों को एसडीएम कोर्ट की हवालात में रखा गया। कोर्ट ने दोनों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। बताया जा रहा है कि किसी बिल्डर के खिलाफ इस तरह की सख्त कार्रवाई पहली बार हुई है। ग्रेटर नोएडा में खरीदारों को समय से फ्लैट नहीं देने पर आम्रपाली के सीएमडी अनिल शर्मा के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज हुई है।
बता दें कि घर के लिए बैठे लोग लंबे समय से अटके प्रोजेक्ट के चलते परेशान हैं। उन्हें ना अपने जमा किए पैसे मिल रहे हैं और ना ही बिल्डरों द्वारा अब तक पॉजेशन मिल सका है।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने कनफेडरेशन ऑफ रियल एस्टेट डिवेलपर्स एसोसिएशन्स ऑफ इंडिया (क्रेडाई) द्वारा आयोजित सम्मेलन में कहा था, ‘रियल एस्टेट क्षेत्र द्वारा योजनाओं को आधा-अधूरा छोड़ देना सबसे बड़ा संकट है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में यही समस्या सामने आ रही है। लगभग डेढ़ लाख खरीदारों को धनराशि अदा करने के बाद भी घर नहीं मिल पा रहा है। इससे विश्वसनीयता का संकट पैदा हो गया है। प्रदेश सरकार के प्रयास पर कुछ बिल्डरों ने सकारात्मक रुख अपनाया और आवास देने की समयसीमा तय कर दी, जबकि कुछ बिल्डर कोई कदम नहीं उठा रहे हैं। संवाद से रास्ता न निकलने पर प्रदेश सरकार को सख्त कदम उठाना पड़ेगा। सरकार की अपील है कि कार्रवाई की स्थिति न उत्पन्न हो।’