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खेमका के तबादले पर भाजपा में अलग-अलग सुर

राबर्ट वाड्रा के जमीन सौदों पर सवालिया निशान लगा कर सुर्खियों में आए व्हिसलब्लोअर आईएएस अधिकारी अशोक खेमका के तबादले से भाजपा में दो राय बन गई है। हरियाणा की भाजपा सरकार के दो मंत्रियों के अलग-अलग सुर हैं।
खेमका के तबादले पर भाजपा में अलग-अलग सुर

 हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज खेमका के समर्थन में आगे आए। उन्होंने कहा कि वह  खेमका के बारे में मुख्यमंत्री से बात करेंगे जिन्होंने पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए काम किया। वहीं प्रदेश के परिवहन मंत्री राम बिलास शर्मा ने कहा कि  तबादला कोई सजा, कोई पदोन्नति या पदावनति नहीं है। वरिष्ठ अधिकारियों का तबादला एक नियमित मामला है। इसमें कोई विशेष या असाधारण नहीं है।  परिवहन मंत्री ने कहा कि मंत्रिपरिषद के साथ मुख्यमंत्री के सलाह मशविरे के बाद फैसला किया गया।

उधर खेमका ने अपने तबादले को तकलीफदेह करार देते हुए कहा कि बेइंतहा सीमाबद्धताओं और पैठ जमाए कुव्यवस्‍थाओं के बावजूद उन्होंने भ्रष्टाचार समाप्त करने और राज्य परिवहन विभाग में सुधार लाने का प्रयास किया।  बाईस साल के कॅरियर के दौरान खेमका का 45 बार तबादला किया गया। वह किसी पद पर कुछ महीनों से ज्यादा नहीं रहे। राज्य की भाजपा सरकार ने  खेमका समेत नौ आईएएस अधिकारियों के तत्काल प्रभाव से तबादले का आदेश जारी किया। खेमका को पिछले साल नवंबर में परिवहन विभाग में परिवहन आयुक्त एवं सचिव के पद पर नियुक्त किया गया था। उन्हें अब पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग के सचिव एवं पुरातत्व एवं संग्रहालय महानिदेशक पद पर नियुक्त किया गया। इसे कमतर पद माना जाता है। सरकार ने खेमका के तबादले का कोई कारण नहीं बताया। खट्टर के ओएसडी भूपेश्वर दयाल ने इसे एक प्रशासनिक मामला करार दिया।

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