उन्नाव रेप कांड में आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को लेकर उनके रिश्तेदार निपेंदर सिंह ने पॉलीग्राफ और नार्को टेस्ट कराने की मांग की है। निपेंदर का कहना है कि इससे ही सच्चाई सामने आएगी। निपेंदर सिंह ने कहा कि सेंगर बेकसूर हैं। हम लोगों ने उनका व्यवहार देखा है। अगर उन्होंने कुछ गलत किया है तो वैज्ञानिकता के आधार पर सबूत मिल जाएंगे।
विधायक के रिश्तेदार ने कहा कि पॉलीग्राफ टेस्ट होना चाहिए। पीड़िता ने घटना के पांच महीने बाद मामला दर्ज कराया इसलिए डीएनए टेस्ट अभी नहीं लिया जा सकता। अभी सिर्फ पॉलीग्राफ या नार्को टेस्ट ही लिया जा सकता है। हम लोगों को सबूत को परखने के बाद ही फैसला सुनाना चाहिए।
ट्रक चालक और क्लीनर का हो चुका है पॉलीग्राफ टेस्ट
उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता के साथ रायबरेली में हुए सड़क हादसे की जांच कर रही सीबीआई की टीम ने दुर्घटना में शामिल ट्रक चालक आशीष पाल और क्लीनर मोहान श्रीवास का पॉलीग्राफ टेस्ट कराया है। इसके लिए सीबीआई के अधिकारियों ने सवालों की लंबी फेहरिस्त तैयार की थी। जिसके आधार फोरेंसिक एक्सपर्ट की मौजूदगी में सवाल जवाब का लंबा दौर चला।
सीबीआई ने चालक और क्लीनर के करीब दो दर्जन करीबियों और उनके रिश्तेदारों को पूछताछ के लिए बुलाया था। इन लोगों से पूरे दिन लंबी पूछताछ होती रही। पूछताछ का यह सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा।
सेंगर से सीबीआई कर चुकी है पूछताछ
उन्नाव रेप केस मामले में सीबीआई टीम अब आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से पूछताछ कर चुकी है। सीबीआई की टीम ने राज्य के सीतापुर की जेल में विधायक से पूछताछ की। बता दें कि इस मामले की जांच के लिए सीबीआई ने एक अलग टीम तैयार की है।
पूछताछ के लिए सीबीआई ने की थी रिमांड की मांग
दरअसल, सीबीआई की ओर से लोक अभियोजक रामबाबू कन्नौजिया ने कोर्ट में याचिका दायर करके रेप केस के आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर, अतुल सेंगर, वीरेंद्र उर्फ बउवा, विनीत मिश्रा, शैलेंद्र से पूछताछ करने के लिए उनकी रिमांड मांगी थी। जिस पर आज फैसला लिया गया। इससे पहले कड़ी सुरक्षा के बीच ट्रक चालक आशीष कुमार पाल और क्लीनर मोहन श्रीवास को अदालत में पेश किया गया।
सेंगर सहित 10 लोगों के खिलाफ सीबीआई ने दर्ज किया केस
इससे पहले बुधवार को भी सीबीआई ने घटनास्थल का मुआयना किया था। इस मामले में मंगलवार को सीबीआई ने विधायक कुलदीप सेंगर और उसके भाई समेत 10 लोगों के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। यह मुकदमा सीबीआई ने दुष्कर्म पीड़िता के चाचा की तहरीर के आधार पर किया था। हादसे के बाद जेल में बंद पीड़िता के चाचा ने विधायक समेत अन्य के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था।
पीड़िता ने बीजेपी विधायक पर लगाया था रेप का आरोप
पीड़ित लड़की ने साल 2017 में उन्नाव से बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर रेप आरोप लगाया था। इस मामले में सेंगर को गिरफ्तार किया गया था। इससे पहले लड़की की शिकायत के बावजूद पुलिस काफी दिनों तक एफआईआर दर्ज करने से कतराती रही। लड़की ने लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास के बाहर आत्महत्या की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस ने उसके पिता को हिरासत में लिया। पीड़ित का दावा है कि कुलदीप सेंगर के समर्थकों की पिटाई से पिता की मौत हो गई। बाद में एक मुख्य गवाह की भी संदिग्ध मौत हो गई।