इस मामले को लेकर बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ एक दलित युवक ने छुआछूत का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। अपनी शिकायत में वेंकटेश डी ने कहा है कि शुक्रवार को चित्रदुर्ग जिले के दौरे के दौरान, येदियुरप्पा ने केलकोट क्षेत्र में एक दलित परिवार के घर नाश्ता किया था। इस दौरान मीडिया भी वहां मौजूद थी।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री ने नाश्ते में जो खाया वह दलित परिवार द्वारा तैयार नहीं किया गया था, बल्कि उसे होटल से लाया गया था। शिकायतकर्ता ने कहा कि येदियुरप्पा ने जो किया उससे समाज में गलत सन्देश जाएगा। युवक ने अपनी शिकायत में ये भी कहा है कि ये घटना मंड्या जिले में लोगों को प्रभावित कर सकता है, जहां पिछले कुछ सालों में ऑनर किलिंग कई मामले सामने आए हैं।
इस मामले में पुलिस ने कहा है कि उन्हें शनिवार को शिकायत मिली है और वह मामले की जांच कर रहे हैं। इस मामले के सामने आने के बाद से जनता दाल (सेक्युलर) के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कुमार स्वामी ने बीएस येदियुरप्पा को निशाने पर लिया है।
वहीं, राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष जी परमेश्वरा ने कहा है कि दलित समाज के लोग येदियुरप्पा को चुनावों में सबक सिखाएंगे। इस मामले में येदियुरप्पा ने रविवार को बेंगलुरु में अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि कांग्रेस और जेडी (एस) ने इस मुद्दे को उठाकर दलितों का अपमान किया है। वहीं, भाजपा नेताओं की तरफ से सफाई आई है कि येदियुरप्पा दलित परिवार पर बोझ नहीं डालना चाहते थे इसलिए होटल से मंगाया हुआ नाश्ता किया।
गौरतलब है कि येदुरप्पा का नाम भ्रष्टाचार में भी आया था। येदियुरप्पा और उनके परिवार पर आरोप था कि इन लोगों ने स्टील कंपनी जेएसडब्ल्यू का फेवर किया था और इन्हें अवैध तरीके से माइनिंग लाइसेंस दिलाने में मदद की थी। साथ ही वहीं 40 करोड़ रुपये की घूस भी ली थी। 2011 में जब ये मामला सामने आया, तब येदियुरप्पा कर्नाटक के सीएम थे। पिछले साल अक्टूबर में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने येदियुरप्पा को 40 करोड़ की घूस लेने के केस में बरी कर दिया था। कोर्ट ने उनके दो बेटे, दामाद समेत 13 लोगों को बरी कर दिया था। इस मामले में येदियुरप्पा को तीन हफ्ते तक जेल में रहना पड़ा था और अपनी सीएम की कुर्सी भी गंवानी पड़ी थी।