उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ सतीश द्विवेदी के भाई डॉ अरुण द्विवेदी गरीब कोटे का लाभ उठाते हुए सिद्धार्थ यूनिवर्सिटी में मनोविज्ञान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर के पद से नियुक्त हुए थे। जिसके बाद विवाद ने तुल पकड़ लिया था। अब डॉ. अरुण कुमार ने निजी कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया है।
डॉ. अरुण ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया है। शिक्षा मंत्री के भाई की आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्गों के लिए निर्थारित किए गए ईडब्ल्यूएस कोटे से इनकी नियुक्ति हुई थी, जिसके बाद सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना हुई। बाद में राजभवन ने मामले का संज्ञान लिया था।
सीएम योगी आदित्यनाथ का सिद्धार्थनगर दौरा तय है। इससे पहले शिक्षा मंत्री के भाई का इस्तीफा डैमेज कंट्रोल के रूप में भी देखा जा रहा है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरेन्द्र दुबे ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।
सिद्धार्थ विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर पद से इस्तीफा देने के बाद डॉ. अरुण ने प्रेस को संबोधित करते हुए इस बात की जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने कहा, मेरे लिए मेरा परिवार सर्वोपरि है। चयन के चलते मेरे भाई पर अनर्गल आरोप लगातार लगाए जा रहे थे, इससे आहत होकर मैंने सिद्धार्थ विश्वविद्यालय के कुलपति सुरेंद्र दुबे को असिस्टेंट प्रोफेसर पद से इस्तीफा सौप दिया है।