इस मामले की सूचना के बाजद मौके पर पहुंची पुलिस ने मलिक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। दरअसल, बालावाली चौकी इंचार्ज एसआई पर जिस दौरान ये हमला हुआ उस समय मलिक बाइक से मंडावर थाने से बालावली चौकी जा रहे थे। मंडावर थाने से बालावाली पुलिस चौकी की दूरी 20 किमी. है।
एएनआई के मुताबिक, इसी बीच गोपालपुर गांव से कुछ दूर पर बंद पड़ी कांच की फैक्ट्री के पास अज्ञात बदमाशों ने उनपर धारदार हथियार से हमला कर दिया। शहजोर सिंह की हत्या के बाद बदमाशों ने उनका शव सड़क किनारे खेत में फेंक दिया और उनकी पिस्टल लेकर फरार हो गए।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, शव सड़क किनारे खेत में पड़ा था। गर्दन और उंगली कटी हुई थी। शरीर पर चोट के कई निशान थे। घटना की सूचना मिलते ही डीएम जगतराज और एसपी अतुल शर्मा पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे।
पुलिस ऑफिसर्स के मुताबिक, एसआई मलिक चौकी पर बने क्वार्टर में रहते थे। उनका परिवार मेरठ के कंकड़खेड़ा में बाईपास पर रहता है। वे मूलरूप से शामली जिले के रहने वाले थे। इस मामले में एसपी बिजनौर अतुल शर्मा का कहना है कि हत्या की वजह अभी पता नहीं चल सकी है।
गौरतलब है कि पिछले साल और इस साल अप्रैल से मई के बीच क्राइम रेट की तुलना की जाए तो इस बीच अपराधों में 195% की बढ़ोतरी हुई है। अखिलेश सरकार के दौरान अप्रैल-मई राज्य में मर्डर के 101, रेप के 41, डकैती के 3 और लूट के 67 केस सामने आए थे। वहीं, योगी सरकार में इस साल इन दो महीनों में मर्डर के 240, रेप के 179, डकैती के 20 और लूट के 273 केस दर्ज हुए हैं।