लखनऊ शूटआउट कांड को लेकर उत्तर प्रदेश में सियासत गरम है। योगी सरकार और पुलिस पर लगातार कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठ रहे हैं। अब सूबे के कानून मंत्री बृजेश पाठक ने राजधानी लखनऊ में एक पुलिसकर्मी द्वारा कथित रूप से अंजाम दिए गए विवेक तिवारी हत्याकांड को लेकर पुलिस की कड़ी आलोचना करते हुए रविवार को कहा कि पुलिस के ऐसे अकल्पनीय घृणित कार्य की लोपापोती का प्रयास करने वाले अफसरों को कतई बख्शा नहीं जाएगा।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पाठक ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा, 'विवेक तिवारी की हत्या ने हम सबको अंदर तक झकझोर दिया है। पुलिस ऐसा गंदा और घृणित कृत्य कर सकती है, मुझे उम्मीद नहीं थी। जिस ढंग से इस हत्याकांड के बाद पुलिस ने लापरवाही बरती। उसकी एकमात्र चश्मदीद गवाह सना खान को 17 घंटे तक अपने कब्जे में रखा। सादे कागज पर हस्ताक्षर लिए। मुकदमा जिस तरह लिखा जाना चाहिए था लेकिन नहीं लिखा। सना के बयान और मुकदमे की इबारत में तालमेल नहीं है। पूरी तरह से केस की लीपापोती करने का प्रयास किया गया। हम जिम्मेदारी से कह रहे हैं कि हम इस मामले में किसी भी लीपापोती करने वाले अफसर को बिल्कुल नहीं बख्शेंगे।'
‘पुलिस का रवैया काफी दुखद, कातिल को मिले सख्त सजा’
कानून मंत्री ने कहा कि उन्होंने विभिन्न समाचार चैनलों पर देखा कि विवेक के कातिल पुलिसवाले को जिस ढंग से पुलिस ने गोद में उठाकर दिखाया है, वह बहुत ही दुखद है। उन्होंने कहा, 'कातिल को जेल में होना चाहिए, उसे सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। मैं इस मामले में लापरवाही और लीपापोती करने वाले अफसरों के खिलाफ कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सिफारिश करूंगा। इसके अलावा अदालत से भी अपील करूंगा कि पूरे प्रकरण को फास्ट ट्रैक कोर्ट को सौंप दें, जिससे पीड़ित परिवार को जल्द न्याय मिल सके।'
पाठक ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री से पीड़ित परिवार से मिलवाने का समय मांगा है, जैसे ही समय मिलेगा, वह मिलवाएंगे। मालूम हो कि शुक्रवार की मध्य रात्रि में करीब डेढ़ बजे कथित रूप से चेकिंग के लिए गाड़ी ना रोकने पर प्रशांत चौधरी नामक पुलिस कॉन्स्टेबल ने कार सवार विवेक तिवारी (38) की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में दोनों आरोपी पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार करके बर्खास्त कर दिया गया है।
सीएम योगी ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि विवेक तिवारी हत्याकाण्ड एक दुखद घटना है और उनकी सरकार ऐसी घटनाओं को भविष्य में स्वीकार नही करेगी ।
उन्होंने कहा कि इस मामले मे कार्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले की जांच लखनऊ परिक्षेत्र के आई जी सुजीत पाण्डेय के नेतृत्व में एसआईटी को सौंपी गयी है।
उन्होंने कहा कि सरकार इस घटना की तह तक जायेगी और दोषी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृति नहीं हो, इसके लिये आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये हैं । हमारी सवेदनायें पीडित परिवार के साथ है और सरकार इस परिवार को हर तरह का सहयोग देगी ।