उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कल सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सबसे महत्वकांक्षी फसल ऋण माफी योजना की शुरुआत करेंगे। योगी इस योजना को अमली जामा लखनऊ स्थित स्मृति उपवन में 'फसल ऋण मोचन योजना' के तहत पात्र किसानों को प्रमाण पत्र वितरित कर के पहनाएंगे।
इस योजना के अंतर्गत राज्य सरकार ने पहले ही 36,000 करोड़ रुपए का राज्य के सालाना बजट में प्रावधान कर रखा है, वहीं इससे करीब 86 लाख किसानों को लाभ पहुंचने की उम्मीद है। आज, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने इस योजना के क्रियानवन से पहले स्मृति उपवन में जा कर तैयारियों का जायजा लिया।
इस योजना की शुरुआत ऐसे समय में हो रही है जबकि योगी सरकार गोरखपुर स्थित BRD मेडिकल कॉलेज में कथित ऑक्सीजन की कमी से हुई कई बच्चों की मौत पर चारों ओर से हमलों का सामना कर रही है। पहले सरकार ने इस योजना के लिए धन की व्यवस्था करने के लिए बांड लाने की योजना बनाई थी परन्तु बाद में सरकार ने ऐलान किया था की उसने बजट में कटौती करके और सधे वित्तीय प्रबंधन से ही इसके लिए पर्याप्त धन जुटा लिया है।
इतनी बड़ी योजना को सफलता-पूर्वक पूरा करना राज्य के लिए एक बड़ी चुनौती होगी, क्योंकि अभी सारे किसानों का आधार नंबर उनके बैंक अकाउंट में दर्ज नहीं है, और योगी सरकार ऐसे ही किसानों को प्रमाण पत्र देने में प्राथमिकता देगी। हालांकि बाद में सभी किसानों का इसमे समायोजन होगा।