यूपी में बड़े पैमाने पर आईएएस अधिकारियों का तबादला हुआ है। उसमें हाथरस डीएम प्रवीण कुमार का भी नाम है। उन्हें मिर्ज़ापुर का डीएम बनाया गया है। हाथरस कांड पर बड़ा सवाल डीएम पर ही उठा था जिस तरह से हाथरस कांड में लड़की के परिवार को धमकाने और बाद में लड़की के शव को रात में जबरन अंतिम संस्कार किया जिस ने देश भर में बवाल किया।
अब यह पूरा मामला हाईकोर्ट में चल रहा है और इस पर सीबीआइ ने भी चार्जशीट फाइल की है। डीएम के काम पर हाई कोर्ट ने टिपण्णी की थी और उन्हें क्यों नही हटाया गया। जबकि उस केस से जुड़े कई अधिकारियों को का तबादला उसी वक़्त हो गया था। अब डीएम का तबादला किये जाने पर ऐसा लग रहा है कि सरकार कोर्ट में और जांच में किसी भी आगे आरोप से बचने के लिए यह कदम उठाया है। हटने वाले अधिकारी में जिले के कप्तान को उन्ही दौरान हटा दिया गया था।
सीबीआई कीचार्जशीट में 4 को मुख्य आरोपी बनाया गया है। लड़की के अंतिम बयान को आधार बना माना गया है कि उसके साथ बलात्कार हुआ और सब पर बलात्कार की धारा के साथ हत्या की धारा लगाई है। अब डीएम हटाने के कदम से माना जा रहा है कि ताकि सरकार पर कोई सवाल ना उठे।
बता दें कि 14 सितंबर महीने में हाथरस जिले के चंदपा इलाके के एक गांव में एक दलित युवती से गैंगरेप की घटना हुई थी। घटना के 14 दिन बाद दिल्ली के एक अस्पताल में पीड़िता ने दम तोड़ दिया। जिला प्रशासन ने परिवार की मर्जी के बगैर देर रात लड़की का अंतिम संस्कार कर दिया। इस घटना को लेकर व्यापक प्रतिक्रिया हुई।