प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा अधिकारी आशुतोष टंडन ने पीटीआई-भाषा को लखनऊ में बताया कि हमने विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेश में 25 मेडिकल कॉलेज और छह एम्स खोलने का वादा किया था। हमने इस दिशा में काम शुरू कर दिया है। इन चिकित्सा संस्थानों की स्थापना के लिए जमीनों का चयन होने के बाद हम मुख्यमंत्री के माध्यम से केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजेंगे। अगले पांच वर्षों में इन्हें खोला जाएगा।
प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों की स्थिति और उनमें दी जा रही शिक्षा की खराब गुणवत्ता के बारे में पूछे जाने पर टंडन ने कहा सभी संस्थानों में शिक्षण की गुणवत्ता में सुधार करना हमारी प्राथमिकता है। इसके लिए हम शिक्षकों के खाली पद भरने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मैंने नया सत्र शुरू होने से पहले शिक्षकों के 500 रिक्त पद भरने के निर्देश दिए हैं।
प्रदेश के विभिन्न संस्थानों से पढ़कर निकलने वाले छात्रों को रोजगार न मिलने की समस्या के बारे में टंडन ने कहा कि जब शिक्षण की गुणवत्ता सुधरेगी तो उनके छात्रों को बाजार में रोजगार भी मिल जाएगा।
टंडन ने कहा राज्य सरकार रोजगार मेले आयोजित करने की भी योजना बना रही है। ये मेले अगले तीन महीनों में शुरू होंगे, ताकि इंजीनियरिंग और प्रबंधन के छात्रों को नौकरी मिल सके। प्रदेश में 13 सरकारी, 600 निजी इंजीनियरिंग कॉलेज हैं।
टंडन ने कहा कि राज्य के सभी कालेजों में मुफ्त वाई-फाई की सुविधा होगी और सरकार छात्रों को ताजा घटनाक्रमों की जानकारी से लैस रखने के लिए ई-लाइब्रेरी भी शुरू करने जा रही है। पॉलीटेक्निक संस्थानों के ढांचे को और मजबूत किया जाएगा और उनके छात्रों को हॉस्टल की सुविधा दी जाएगी।
एजेंसी