उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मुरादाबाद जिला अस्पताल के निरीक्षण के दौरान पत्रकारों को इमरजेंसी वार्ड में किया बंद कर दिया। ये काम मुरादाबाद के डीएम राकेश कुमार सिंह ने किया, जिन पर आरोप है कि उन्होंने दर्जनों पत्रकारों को इसलिए बंद करवा दिया ताकि सेवाओं में कमी और खामियों को लेकर पत्रकार मुख्यमंत्री से सवाल ने पूछ सकें।
मुरादाबाद के डीएम पर आरोप
दरअसल मुरादाबाद के डीएम पर आरोप है कि जब सीएम योगी अस्पताल का दौरा करने वाले थे, उससे ठीक पहले डीएम राकेश कुमार सिंह ने अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में दर्जनों मीडियाकर्मियों को बंद करवा दिया। इतना ही नहीं उस दरवाजे के भीतर सिविल लाइन थाना के प्रभारी शक्ति सिंह को निगरानी के लिए भी लगा दिया ताकि कोई भी पत्रकार सीएम के दौरे के दौरान बाहर नहीं निकल सके।
सीएम के जाने के बाद ही खोला गया इमरजेंसी वार्ड का दरवाजा
सीएम योगी जब अस्पताल का दौरा कर वापस लौट गए, तब जाकर इमरजेंसी वार्ड का दरवाजा खुला और पत्रकार बाहर निकल सके। इस दौरान कमरे में बंद किए जाने को लेकर मीडियाकर्मियों ने हंगामा भी किया। पत्रकार दरवाजा पीटते रहे लेकिन प्रशासन ने उनकी एक नहीं सुनी।
मुरादाबाद के जिलाधिकारी ने दी सफाई
हालांकि मुरादाबाद के जिला अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने इस पूरे मामले पर सफाई देते हुए कहा कि निरीक्षण के दौरान वार्ड के अंदर कई मीडियाकर्मी आ गए थे। हमने मीडियाकर्मियों से अनुरोध किया कि वे माननीय सीएम के साथ वार्ड के अंदर न जाएं, क्योंकि यह मरीजों के स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं था। केवल पुलिसकर्मियों को कारिडोर में रखें ताकि निरीक्षण सीएम महोदय द्वारा शांतिपूर्वक किया जा सके। निरीक्षण पूरा होने के बाद प्रस्थान करने से पहले मीडियाकर्मी वहां मौजूद थे।
मामले पर गरमाई राजनीति
प्रशासन के रवैये पर प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया और आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार सवालों से भाग रही है और समस्याओं को दरकिनार किया जा रहा है। प्रियंका ने कहा, पत्रकार बंधक बनाए जा रहे हैं, सवालों पर पर्दा डाला जा रहा है, समस्याओं को दरकिनार किया जा रहा है। प्रचंड बहुमत पाने वाली उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार जनता के सवालों से ही मुंह बिचका रही है। नेताजी ये पब्लिक है ये सब जानती है। सवाल पूछेगी भी और जवाब लेगी भी।