विधानसभा चुनावों के बाद यूपी में इस साल एक बार फिर चुनावी घमासान देखन को मिलेगा। इस बार प्रदेश में नगर निकाय चुनाव होंगे, जो नवंबर में आयोजित किए जाएंगे। इसके लिए प्रस्तावित कार्यक्रम तैयार कर लिया गया है।
हिंदुस्तान समाचार पत्र के मुताबिक, सीटों का आरक्षण 24 अक्टूबर को करने के बाद 25 अक्टूबर को निकाय चुनाव अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। इसके बाद राज्य निर्वाचन आयोग 35 दिनों के भीतर चुनाव संपन्न कराएगा।बताया जा रहा है कि नगर विकास विभाग द्वारा वार्ड परिसीमन की प्रक्रिया अगस्त में पूरी कर ली जाएगी। वहीं सीटों के आरक्षण की अधिसूचना 27 सितंबर तक जारी हो जाएंगी। इसके अलावा 7 अक्टूबर तक आपत्तियों का निपटारा कर लिया जाएगा।
गौरतलब है कि यूपी में के शहरी इलाके में होने वाले निकाय चुनाव पहले जून में होने थे। लेकिन मतदाता सूची और परिसीमन तय ना होने की वजह से चुनावों को टाल दिया गया। उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव 14 नगर निगम, 202 नगर पालिका परिषद और 438 नगर पंचायतों में होने हैं। यूपी में कुल 654 नगर निकायों के 11993 वार्डों के लिए चुनाव होने हैं।
उत्तर प्रदेश के 2012 निकाय चुनावों में मेयर पद के लिए 12 शहरों में चुनाव हुए थे। इनमें से बीजेपी ने दस सीटें जीतीं, जबकि दो सीटें निर्दलीय उम्मीदवारों के खाते में गईं। इस बार 14 शहरों में मेयर के चुनाव होने हैं। इस बार दो नगर निगम और बनाए गए हैं। फ़ैजाबाद से अलग होकर अयोध्या और मथुरा से वृंदावन को नगर निगम बनाया गया है।
इस तरह वर्तमान में कुल 11 सीटों पर भाजपा का कब्जा है। उप-मुख्यमंत्री बनने के बाद डॉ. दिनेश शर्मा लखनऊ का मेयर पद छोड़ चुके हैं। बात नगर पंचायत चुनावों की कि जाये तो 202 नगर पालिका परिषद में करीब 40 और 438 नगर पंचायतों में करीब सौ सीटों पर भाजपा काबिज है।