एप्पल कंपनी के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी हत्याकांड की पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पुलिसिया कहानी की पोल खोल दी है, जिसमें पुलिस ने कहा था कि विवेक ने आरोपित सिपाही को कुचलने का प्रयास किया था, जिस पर सिपाही ने आत्मरक्षा में गोली चलाई थी। जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने से ऊपर से नीचे की दिशा में गोली मारने की बात सामने आई है। रिपोर्ट के मुताबिक गोली विवेक की ठोड़ी पर लगी और नीचे की तरफ गर्दन में जाकर फंस गई।
विवेक की पूर्व सहकर्मी सना ने भी कहा था कि जिस सिपाही ने विवेक की कार पर फायर किया था, वह डिवाइडर पर खड़ा था। गोमतीनगर विस्तार में जो डिवाइडर बने हैं, उनकी ऊंचाई एक से डेढ़ फिट के बीच है। घटनास्थल के पास यूपी राज्य निर्माण सहकारी संघ के दफ्तर में लगे चार कैमरों से मामले को सुलझाने में काफी मदद मिलेगी। इसकी जांच के लिए एसआईटी के चीफ और आईजी सुजीत पांडेय मंगलवार को टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंचे हैं। टीम ने 72 बिंदुओं पर डाटा जुटाया है। इसके अलावा एसपी क्राइम के नेतृत्व में चश्मदीद सना का बयान दर्ज करने के लिए टीम पहुंच गई है।
यूपी राज्य निर्माण सहकारी संघ के मुख्य गेट पर स्टिल कैमरा लगा है, यह घटना स्थल से करीब 15 मीटर दूर है और सड़क के दूसरे लेन को भी कवर करता है। मुख्य गेट से थोड़ा अंदर बिल्डिंग के कोने पर एक कैमरा ऊंचाई पर है। दफ्तर के निकास द्वार पर लगे कैमरे की पहुंच दूर तक है। इस कैमरे में गोली लगने के बाद गाड़ी लेकर भागते समय का आंकलन लगाया जा सकेगा। पैकफैड बिल्डिंग के पीछे की तरफ भी एक कैमरा लगा है। विवेक की गाड़ी जिस अंडर पास के पास खंभे टकराकर बंद हुई थी, उससे कुछ दूरी पर यह कैमरा है।
कल्पना को नगर निगम में नौकरी जल्द
विवेक तिवारी की पत्नी को नगर निगम लखनऊ में जन संपर्क अधिकारी या प्रधान लिपिक की नौकरी मिल सकती है। सोमवार को नगरायुक्त ने कल्पना से उनके आवास पर मुलाकात की थी और एनओसी दी थी। शासन को प्रस्ताव भेजा गया है, वहां से संस्तुति के बाद जल्द नौकरी मिल जाएगी।