प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में स्थित वन अनुसंधान संस्थान में उत्तराखंड वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन 2023 का उद्घाटन किया। दो दिवसीय शिखर सम्मेलन का उद्देश्य पहाड़ी राज्य को एक प्रमुख निवेश के रूप में बढ़ावा देना है। इस दौरान उन्होंने ना केवल सिलक्यारा सुरंग रेस्क्यू अभियान पर बात की बल्कि देश को 'मेक इन इंडिया' की तरह 'वेड इन इंडिया' का मंत्र भी दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ''हमारे देश में माना जाता है कि भगवान सबकी जोड़ी बनाते हैं, फिर वो जोड़ियां अपनी नई यात्रा (दांपत्य जीवन की) शुरू करने के लिए विदेश क्यों जाती हैं। ठीक वैसे ही जैसे 'मेक इन इंडिया' आंदोलन है, इसी के साथ 'वेड इन इंडिया' आंदोलन शुरू किया जाना चाहिए। उत्तराखंड को डेस्टिनेशन वेडिंग स्पॉट बनाने के लिए डेस्टिनेशन वेडिंग के हिस्से के रूप में परिवार से कम से कम एक शादी उत्तराखंड में की जानी चाहिए।''
उत्तराखंड: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "मेक इन इंडिया' की तरह एक मूवमेंट चलना चाहिए 'वेड इन इंडिया', शादी हिंदुस्तान में करो। मैं तो चाहूंगा आने वाले पांच साल में अपने परिवार की एक डेस्टिनेशन शादी उत्तराखंड में करिए। अगर एक साल में 5 हजार शादियां भी यहां होने लग जाएं तो… pic.twitter.com/v6lND4EFIv
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 8, 2023
दीपावली (12 नवंबर) पर एक भयावह हादसे में उत्तरकाशी के सिलक्यारा की निर्माणाधीन सुरंग ढहने से दो हफ्ते से भी अधिक समय तक 41 श्रमिक अंदर फंसे रहे। लेकिन अंततः अथक परिश्रम और बेहतर प्रयासों के बाद उन्हें सकुशल बाहर निकाल लिया गया। पीएम मोदी ने कहा, "हाल ही में सिल्कयारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को सफलतापूर्वक बचाया गया। मैं राज्य सरकार और प्रशासन को उनके द्वारा किए गए गतिशील कार्यों के लिए बधाई देता हूं।"
#WATCH | Uttarakhand: "Recently the workers who were trapped in the Silkyara Tunnel were successfully rescued. I congratulate the government and administration of the state for the dynamic work done by them," says Prime Minister Narendra Modi at Uttarakhand's Global Investors… pic.twitter.com/6bXly7h0TE
— ANI (@ANI) December 8, 2023
उन्होंने आगे कहा, "अगर हम एक राष्ट्र के रूप में आज भारत पर एक समान SWOT विश्लेषण करते हैं, तो हम क्या पाते हैं? हम आकांक्षाएं, आशा, आत्मविश्वास, नवाचार और अवसर सभी देखेंगे आस-पास। आज आप देश में नीति-संचालित शासन देखेंगे, राजनीतिक स्थिरता के लिए देशवासियों की मजबूत मांग देखेंगे। आकांक्षी भारत आज अस्थिरता नहीं चाहता, वह चाहता है आज एक स्थिर सरकार चाहते हैं।"
पीएम ने कहा, "हमने हाल के विधानसभा चुनावों में यह देखा है और उत्तराखंड के लोग पहले ही ऐसा कर चुके हैं। यह देवभूमि निश्चित रूप से आपके लिए कई दरवाजे खोलने वाली है। आज भारत जिस विकास के मंत्र के साथ और विरासत के रूप में भी आगे बढ़ रहा है, उसका ज्वलंत उदाहरण उत्तराखंड है।''
उन्होंने स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने और स्वयं सहायता समूहों की आय बढ़ाने के लिए हाउस ऑफ हिमालय ब्रांड भी लॉन्च किया। शिखर सम्मेलन की तैयारियां महीनों से चल रही हैं। इसमें देश-विदेश से एक हजार से अधिक निवेशक और प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
शिखर सम्मेलन का लक्ष्य 2.5 लाख करोड़ रुपये के समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर करना था, लेकिन इस आयोजन से पहले ही यह उस सीमा को पार कर लगभग 3 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जिसमें भारत के मेट्रो शहरों सहित लंदन, यूके में बर्मिंघम, दुबई और अबू धाबी सीएम में धामी द्वारा विभिन्न रोड शो आयोजित किए गए।