उत्तराखंड के जोशीमठ में हो रहे भू-धंसाव से स्थिति लगातार बिगड़ रही है। जोशीमठ में जमीन धंसने और घरों की दीवारों में दरार आने की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। भू-धंसाव ने अब सभी वार्डों को चपेट में ले लिया है। भू-धंसाव का दायरा बढ़ने से स्थानीय लोग दहशत में हैं।
बताया जा रहा है कि बुधवार को जोशीमठ से 66 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया। अब तक 77 परिवारों को शिफ्ट किया जा चुका है। राज्य सरकार पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर गुरूवार को विशेषज्ञों का एक दल जोशीमठ रवाना होगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर गठित टीम में भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण, वाडिया संस्थान और IIT रुड़की के इंजीनियरों को शामिल किया गया है। यह टीम मौके पर जाकर कारणों की जांच करेगी।
इस बीच स्थानीय लोगों में काफी दहशत फैल गई है। लोगों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है। बीती शाम जोशीमठ में बड़ी संख्या में लोगों ने मशाल जलाकर विरोध प्रदर्शन भी किया। जोशीमठ में जमीन धंसने और कई मकानों में दरारें आने को लेकर लोगों ने विरोध प्रदर्शन कर बद्रीनाथ हाईवे को जाम कर दिया है। बता दें कि जोशीमठ में 561 घरों में दरारें आ गई हैं और मारवाड़ी के जेपी कॉलोनी में भूमिगत से पानी का रिसाव हो रहा है।
उत्तराखंड: जोशीमठ में जमीन धंसने और कई मकानों में दरारें आने को लेकर लोगों ने विरोध प्रदर्शन कर बद्रीनाथ हाईवे को जाम कर दिया। pic.twitter.com/aa3ZjtcCdm
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 5, 2023
वहीं, इस बीच उत्तराखंड की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जोशीमठ में हो रहे भू-धंसाव व भवनों में दरार पड़ने की घटना की गंभीरता के मद्देनजर प्रदेश पदाधिकारियों की एक 14 सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है। समिति 6 जनवरी को प्रभावित क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण कर विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेगी।
सीएम धामी जल्द ही जोशीमठ का दौरा भी करेंगे। धामी ने कहा, "मैं कुछ दिनों में जोशीमठ का दौरा करूंगा। स्थिति को संभालने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे। मैंने स्थिति की निगरानी के लिए नगर निगम के अध्यक्ष शैलेंद्र पवार से बात की है।"
प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने बताया कि प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी के संयोजन में कुल 14 लोगों की यह समिति जोशीमठ में भू-धंसाव व भवनों में दरार पड़ने से हो रहे नुकसान की जानकारी और समस्या के समाधान के लिए सभी प्रभावित पक्षों से बातचीत कर सुझाव लेगी।
प्रदेश अध्यक्ष भट्ट के निर्देशानुसार यह समिति 6 जनवरी को स्थलीय मुआयना करने जोशीमठ जाएगी। इस दौरान स्थानीय निवासियों,जन प्रतिनिधियों,व्यापारियों से वार्ता कर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर प्रदेश अध्यक्ष को सौंपेगी।
समिति में आदित्य कोठारी के साथ प्रदेश महामंत्री बलवंत सिंह भयाल, अनिल नौटियाल विधायक कर्णप्रयाग, भोपाल राम टम्टा विधायक थराली, रमेश मैखुरी जिलाध्यक्ष चमोली विनोद कपरवाण, विजया रावत,माधव सेमवाल, किशोर पवार, ऋषि प्रसाद सती, कृष्णमणि थपलियाल, भगवती नंबूरी राकेश भंडारी गौर सिंह कुंवर के नाम शामिल हैं।