वाराणसी और चंदौली की सीमा पर आज गंगा पार कटेसर में बाबा जय गुरुदेव के उत्तराधिकारी पंकज महाराज द्वारा आयोजित सत्संग में शामिल होने जा रहे भक्तों की भीड़ के बीच अचानक भगदड़ मचने से यह दर्दनाक हादसा पेश आया। भगदड़ उस समय हुई जब सत्संग में भाग लेने पैदल जा रहे हजारों लोग राजघाट स्थित गंगा पुल को पार कर रहे थे। अब तक 18 लोगों के मरने की खबर है जिनमें से 15 महिलाएं बताई जा रही हैं। हालांकि हादसे के कारणों के बारे में फिलहाल कुछ भी स्पष्ट नहीं पता चला है। लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कार्यक्रम के इंतेजाम में भारी अव्यवस्था का आलम था। भीड़ का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि राहत कार्य के लिए गई एंबुलेंस भी ट्रैफिक की वजह से मौके पर नहीं पहुंच सकी। लोगों का कहना है कि अगर एंबुलेंस समय पर पहुंच जाती तो कुछ लोगों को बचाया जा सकता था। घायलों को रामनगर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल भी ले जाया गया है। बाद में मुख्य चिकित्साधिकारी कई एंबुलेंस व डॉक्टरों की टीम के साथ घटनास्थल राजघाट पुल पर पहुंचे।
चंदौली के जिलाधिकारी कुमार प्रशान्त ने बताया कि चंदौली जिले में गंगा के किनारे डोमरी गांव में बाबा जय गुरुदेव की याद में आयोजित दो दिवसीय जागरूकता शिविर में आए बड़ी संख्या में श्रद्धालु वाराणसी स्थित पीली कोठी से होते हुए डोमरी गांव जा रहे थे। इसी दौरान रास्ते में राजघाट पुल पर अचानक भगदड़ मच गई। उन्होंने बताया कि हादसे में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई और 60 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें से पांच की हालत नाजुक बताई जाती है। मृतकों की शिनाख्त की कोशिश की जा रही है। हादसे के बाद जिले के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। उच्च अधिकारियों ने बताया कि स्थिति पर नजर रखी जा रही है।